Virat Ramayan Mandir: पूर्वी चंपारण में स्थापित होगा सबसे बड़ा शिवलिंग, निर्माण जारी, जानें कब तक होगा पूरा
पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर प्रखंड के कैथवलिया में बन रहे विराट रामायण मंदिर में स्थापित किए जाने वाले शिवलिंग का निर्माण तमिलनाडु के महाबलिपुरम में हो रहा है। 33 फीट ऊंचे शिवलिंग के निर्माण के लिए ब्लैक ग्रेनाइट के चट्टान की खरीद की जा चुकी है। शिवलिंग को आकार देने के लिए वहां के शिल्पकारों की टीम को लगाया गया है।
By Sanjay K UpadhyayEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Wed, 23 Aug 2023 07:17 PM (IST)
संजय कुमार उपाध्याय, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण): पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर प्रखंड के कैथवलिया में बन रहे विराट रामायण मंदिर में स्थापित किए जाने वाले शिवलिंग का निर्माण तमिलनाडु के महाबलिपुरम में हो रहा है।
33 फीट ऊंचे शिवलिंग के निर्माण के लिए ब्लैक ग्रेनाइट के चट्टान की खरीद की जा चुकी है। शिवलिंग को आकार देने के लिए वहां के शिल्पकारों की टीम को लगाया गया है।27 फरवरी, 2025 को विराट रामायण मंदिर में 33 फीट ऊंचे शिवलिंग की स्थापना की जाएगी। 20 जून से मंदिर का काम चल रहा है। मंदिर के ढांचे पर करीब 200 करोड़ खर्च आएंगे।
33 फीट होगी शिवलिंग की ऊंचाई
बताते हैं कि शिवलिंग के निर्माण के लिए चालीस फीट लंबे 250 मिट्रिक टन के चट्टान की खरीद की गई है। चट्टान को काटकर शिवलिंग को आकार देने का काम शुरू हो गया है। शिवलिंग का आकार 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोल होगा। इस काम के लिए तीस-चालीस दक्ष शिल्पकारों को लगाया गया है।पटना महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि इसके लिए मंदिरों के शहर तमिलनाडु के महाबलिपुरम के सबसे दक्ष शिल्पकारों को लगाया गया है। निर्माण कार्य मंदिर में शिवलिंग की स्थापना तिथि को ध्यान में रखकर पूरा कर लिया जाएगा। निर्धारित समय पर देवाधिदेव का शिवलिंग कैथवलिया लाया जाएगा।
'अयोध्या के राम मंदिर से बड़ा है ये मंदिर'
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया, "पूर्वी चंपारण का विराट रामायण मंदिर अयोध्या में बन रहे रामलला के मंदिर से बड़ा होगा। मंदिर निर्माण समिति के मुताबिक, रामलला के मंदिर की लंबाई-चौड़ाई 360 गुणा 235 फीट है, जबकि विराट रामायण मंदिर की लंबाई-चौड़ाई 1080 गुणा 540 फीट है। इसके निर्माण कार्य की प्रक्रिया 20 जून 2023 से चल रही है। इसके तहत पाइलिंग (खंभा) निर्माण का काम चल रहा है।"
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया, "निर्माण कार्य फरवरी 2025 तक पूरा कर लिया जाना है ताकि 27 फरवरी 2025 को यहां शिवलिंग की स्थापना की जा सके। "उन्होंने कहा कि शिवलिंग के निर्माण के लिए ब्लैक ग्रेनाइट के चट्टान की खरीद की जा रही है। चट्टान से शिवलिंग को आकार देने का काम शुरू हो चुका है। महाबलिपुरम के दक्ष शिल्पकार शिवलिंग को आकार दे रहे हैं। निर्माण का काम निर्धारित समय पर पूरा कर लिया जाएगा।
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