किसानों के पास आखिरी मौका! PM Kisan Yojana का लाभ पाने के लिए तुरंत करें ये काम, वरना नहीं मिलेगी 15वीं किस्त
PM Kisan Yojana News प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने के लिए किसानों को कुछ आवश्यक काम करने होंगे। किसानों को 15वीं किस्त के लिए अपने बैंक अकाउंट को आधार और एनपीसीआई से लिंक कराना होगा। जिन किसानों ने ऐसा नहीं किया होगा उन्हें सम्मान निधि की 15वीं किस्त नहीं मिलेगी।
जागरण संवाददाता, मोतिहारी। PM Kisan Yojana Latest Update प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की नवंबर में जारी होने वाली 15वीं किस्त के लाभ से पूर्वी चंपारण जिले के 38,058 किसान वंचित हो सकते हैं। जिला कृषि कार्यालय के मुताबिक, 15वीं किस्त उन्हीं लाभार्थियों के खाते में आएगी, जिनके खातों की केवाइसी डिटेल पूरी है।
इसके अलावा, जिन लाभार्थियों के खाते नेशनल पेमेंट कारपोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआइ) और आधार से लिंक हैं, उन्हीं किसानों के खाते में राशि स्थानांतरित हो सकेगी। जिले के जिन किसानों ने अब अपने खाता को एनपीसीआइ व आधार से लिंक नहीं कराया है वो 31 अक्टूबर तक निश्चित रूप से करा लें।
राशि के लिए आधार का एनपीसीआइ से लिंक होना जरूरी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ पाने के लिए किसानों का आधार एनपीसीआइ से लिंक होना अनिवार्य है। अभी तक जिन किसानों के आधार एनपीसीआइ से लिंक नहीं हैं, वह अतिशीघ्र अपने खाते को लिंक करालें, जिससे नवंबर में जारी होने वाली 15वीं किस्त का लाभ मिल सके। बता दें कि आधार बेस्ड पेमेंट के लिए आधार का एनपीसीआइ से लिंक होना जरूरी कर दिया गया है।
कृषि समन्वयकों को उपलब्ध कराई गई है सूची
जिले के जिन किसानों का बैंक खाता आधार व एनपीसीआइ से नहीं जुड़ा है, वैसे किसानों की सूची राजस्व ग्रामवार संबंधित पंचायत के कृषि समन्वयकों को उपलब्ध कराई गई है। कृषि समन्वयक लगातार लाभार्थी किसानों से संपर्क कर संबंधित बैंक शाखा में जाकर अपने बैंक खाता को आधार और एनपीसीआइ से तत्काल लिंक कराने या नजदीकी इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक(आइपीपीबी) की शाखा में नया खाता बिना देरी खुलवाने की सलाह दे रहे है।
किसानों का किया जाना है ई-केवाईसी
जिले के विभिन्न प्रखंडों के 58408 किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि योजना के 15वीं किस्त के लिए ई-केवाईसी करवाना जरूरी है। किसान पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ओटीपी के माध्यम से स्वयं ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके अलावा, कामन सर्विस सेंटर पर भी किसान तय राशि का भुगतान कर ई-केवाईसी करा सकते हैं। किसान सरकार द्वारा लांच किए गए मोबाइल ऐप पर घर बैठे अपना ई-केवाईसी कर सकते हैं।
जिले के 38058 किसानों का खाता आधार व एनपीसीआइ से लिंक नहीं है। वहीं 58408 किसानों का खाता आधार से लिंक नहीं है। ऐसे किसानों की सूची पंचायतवार कृषि समन्वयकों को उपलब्ध कराई गई ताकि 31 अक्टूबर तक अधिक से अधिक किसानों को योजना के लाभ से वंचित होने से बचाया जा सके। - प्रवीण कुमार राय जिला कृषि पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण।