Bihar News: 38 लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का घरवालों को दो साल से इंतजार, न्याय और सरकारी सहायता मिलने में देरी का कौन हो जिम्मेदार?
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में अलग-अलग घटनाओं में मारे गए 38 लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट 2021 से अब तक लंबित है। उनमें हत्या सड़क हादसा व डूबने की घटनाओं में मारे गए लोग शामिल हैं। रिपोर्ट में देरी के कारण आश्रितों को न न्याय मिल पा रहा है और न सरकारी सहायता। वजह जिलाधिकारी के आदेश की कॉपी न मिलना है।
धीरज श्रीवास्तव, मोतिहारी। जब किसी की जान जाती है तो उनके स्वजन जी भर रोते हैं। सामान्य मौत के बाद मान लेते हैं कि सर्वशक्तिमान की यहीं मर्जी थी। वहीं जब कहीं किसी की हत्या होती है या फिर कोई मानव जनित या फिर किसी प्राकृतिक हादसे का शिकार होता है, तो उसके आश्रित इस कदर रोते हैं कि मानो जाने वाले के साथ जीवित के भी जीने की उम्मीद टूट गई हो।
2021 से अब तक 38 लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट लंबित
इन सबके बीच सरकार के स्तर पर स्थापित मुआवजा देने व न्यायालय से मिलने वाले इंसाफ की उम्मीद उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का संबल देती है।
जब कभी भी इस उम्मीद के टूटने का खतरा बढ़ने लगता है, तो फिर आम आदमी खून के आंसू रोता है और व्यवस्था को कोसते फिरता है। यानी न्याय और मुआवजा दोनों के मिलने में होने वाली देरी उन्हें जलाती है।
जिले के विभिन्न थानों में दर्ज अलग-अलग प्रकृति की घटनाओं में मरे 38 लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट 2021 से अब तक लंबित है। उनमें हत्या, सड़क हादसा व डूबने की घटनाओं में मारे गए लोग शामिल हैं। रिपोर्ट में देरी के कारण आश्रितों की आंखें न्याय व सरकारी सहायता के इंतजार में पथराने लगी हैं।
जिले में कुल 38 ऐसे मामले हैं, जिनमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो साल बाद भी लंबित है। वजह यह कि ये वो मामले हैं, जिनमें जिलाधिकारी के आदेश पर पोस्टमार्टम तो किया गया है, लेकिन अब तक उनके आदेश का पत्र नहीं मिला है।
बता दें कि रात के समय पोस्टमार्टम के लिए जिलाधिकारी का आदेश अनिवार्य होता है। जिलाधिकारी के आदेश पर सदर अस्पताल में मृतकों का पोस्टमार्टम किया गया, लेकिन लिखित आदेश की काॅपी मिलने में देरी के कारण रिपोर्ट जारी नहीं हो पाई है। जानकार बताते हैं पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार कर भी लें तो जारी करने के लिए आदेश जरूरी है।
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केस एक
केस दो
केस तीन
केस चार
केस पांच
केस छह
विशेष परिस्थिति में पोस्टमार्टम के लिए आदेश जारी किए जाते हैं। इस बीच मामलों के लंबित होने की सूचना पर पड़ताल की जाएगी। जहां कहीं भी मामले लंबित हैं, उनकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी- सौरभ जोरवाल जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण।
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