महागठबंधन पर राधामोहन का वार, कहा- विनाशकारी रहा इस सरकार का एक साल, युवाओं को नौकरी मांगने पर मिली सिर्फ लाठी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और मोतिहारी सांसद राधामोहन सिंह ने महागठबंधन सरकार के एक साल को बिहार के लिए विनाशकारी बताया है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार में बिहार खस्ताहाल स्थिति में पहुंच गया है। महागठबंधन नेताओं ने सरकार के गठन के बाद पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था लेकिन पूर्व की भर्तियों के नाम पर नियुक्ति-पत्र बांटकर जनता के साथ छल किया गया।
मोतिहारी, संवाद सहयोगी: पूर्व केंद्रीय मंत्री सह मोतिहारी सांसद राधामोहन सिंह ने महागठबंधन सरकार के एक साल पूरा होने पर सरकार की नाकामियों को रेखांकित करते हुए इसे बिहार के लिए विनाशकारी बताया है। वे रविवार को शहर के एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
जनता के साथ छल किया गया: राधामोहन
उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार में बिहार की हालत खराब हुई और राज्य खस्ताहाल स्थिति में पहुंच गया है।
महागठबंधन के नेताओं ने सरकार के गठन के बाद पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया था, लेकिन पूर्व की भर्तियों के नाम पर नियुक्ति पत्र बांटकर जनता के साथ छल किया गया है।
समान काम के लिए समान वेतन के मामले में भी शिक्षकों के साथ वादाखिलाफी की गई। अब नौकरी मांगने पर लाठी मिल रही है। कटिहार में बिजली को लेकर प्रदर्शन कर रही भीड़ पर सीधे फायरिंग कर दी गई।
राधामोहन बोले- राज्य में अराजकता का माहौल
उन्होंने कहा कि जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार सत्ता पर काबिज हुई है, यहां अराजकता का माहौल कायम हो गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यहां प्रतिदिन औसतन 10 हत्याएं हो रही हैं। जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं।
सरकार लगातार दावे कर रही है, जबकि शराब माफियाओं का तंत्र लगातार मजबूत होता जा रहा है। महागठबंधन की सरकार में दलितों पर अत्याचार के मामले भी काफी बढ़े हैं।
विभाजन की विभीषिका पर होगा सेमिनार
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह ने आजादी के समय 14 अगस्त को जो त्रासदी हुई थी उसकी भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने 14 अगस्त की विभीषिका के दंश को झेला था।
इसी संदर्भ में सोमवार को 10 बजे गांधी मैदान से तिरंगा यात्रा निकाला जाएगा। सुबह 11 बजे यात्रा चरखा पार्क पहुंचेगी। जहां 14 अगस्त की विभीषिका को दर्शाने के लिए आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा।
उसके बाद एक जुलूस नगर भवन के लिए कूच करेगी। वहीं दिन के 12.30 बजे से नगर भवन में इस विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।