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राशन कार्ड रद्द हो गया है... बिहार में जहां महात्मा गांधी ने उठाई थी आवाज; वहां लोग खाने को मोहताज

Ration Cards Cancelled In East Champaran गरीबी को मिटाकर आम आदमी को सुविधा संपन्न करने की दिशा में की जा रही सरकारी कोशिशें बापू के चंपारण में फेल होती दिख रही हैं। सरकार गरीबों को प्रति माह चावल व गेहूं देने के लिए लगातार जतन कर रही है लेकिन धरातल पर परिस्थितियां विपरीत हैं। बिना जांच व नोटिस के ही लोगों के राशन कार्ड को रद्द कर दिए गए हैं।

By Sanjay K UpadhyayEdited By: Prateek JainUpdated: Sat, 23 Sep 2023 04:34 PM (IST)
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पूर्वी चंपारण में कई लोगों के बिना वजह बताए राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं।

संग्रामपुर (पूर्वी चंपारण), संवाद सहयोगी: गरीबी को मिटाकर आम आदमी को सुविधा संपन्न करने की दिशा में की जा रही सरकारी कोशिशें बापू के चंपारण में फेल होती दिख रही हैं।

सरकार गरीबों को प्रति माह चावल व गेहूं देने के लिए लगातार जतन कर रही है, लेकिन धरातल पर परिस्थितियां विपरीत हैं।

पूर्वी चंपारण के संग्रामपुर प्रखंड में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा बिना किसी जांच व नोटिस के ही वैसे लोगों के राशन कार्ड को रद्द कर दिए गए हैं, जिनके पास आवासीय जमीन छोड़ कर कुछ भी नहीं हैं।

हद तो यह कि इस कार्रवाई की जद में वो लोग भी आएं हैं, जिनकी उम्र भी अब दैनिक मजदूरी करने की नहीं रही या फिर दिव्यांगता उनके लिए मजबूरी बन गई है।

संग्रामपुर की भटवलिया पंचायत

इसका ताजा उदाहरण संग्रामपुर की भटवलिया पंचायत में देखने को मिला है। यहां वार्ड-एक से लेकर वार्ड-दस तक ऐसे लोगो के राशन कार्ड को रद्द करने का मामला सामने आया है, जो पूरी तरह दिव्यांग हैं। इस बात के सामने आने के साथ विभाग की किरकिरी हो रही है।

वार्ड संख्या- 10 गांव नरुल्लाहा में 65 वर्षीय प्रभु सिंह की आंखों से दिखता नहीं। एक घर को छोड़ दें तो कृषि योग्य भूमि भी नहीं हैं, उनके लिए पीडीएस का अनाज ही सहारा है, उसे भी बिना कारण बताए और बिना सूचना के रद्द कर दिया गया है।

वार्ड-एक निवासी तेतर खातून, वार्ड-चार की अनिता देवी, वार्ड-दो की जुलैशा खातून, वार्ड-तेरह की सुदामा देवी बोल नहीं पाती हैं, उन सभी का भी राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है। उपरोक्त लोग बताते हैं कि सबके राशन कार्ड की आधार सीडिंग हो चुकी है।

नोटिस देकर कार्रवाई करने का है नियम

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, नियमावली पर अमल करें तो वैसे उपभोक्ताओं के राशन कार्ड को रद्द किया जा सकता है, जिनका नाम दूसरे कार्ड में हो या उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो। किसी के भी राशन कार्ड को रद्द करने से पहले उसको विभागीय नोटिस भेजना जरूरी है।

संबंधित पदाधिकारी को खुद जांच करके संतुष्ट होना है। इन सबके बीच संग्रामपुर की इस पंचायत में न तो किसी को विभागीय नोटिस मिला, नहीं किसी ने जांच की। सीधे सबके राशन कार्ड रद्द कर दिए गए।

क्‍य बोले प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ?

मामले में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी जागृति कुमारी ने बताया कि वैसे उपभोक्ता जिनका आधार कार्ड राशन कार्ड से नहीं जुड़ा है, उनके ही कार्ड रद्द किए जा रहे हैं। इसी के साथ जांच भी कराई जा रही हैं। जांच के बाद वस्तु स्थिति साफ हो जाएगी।

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