ककोलत जलप्रपात जाने पर लगा प्रतिबंध समाप्त, पर्यटक अब उठा सकेंगे शीतल जलप्रपात का आनंद, क्षेत्र के लोगों में खुशी
कोरोना की वजह से ककोलत आने वाले सैलानियों पर रोक थी जिसे अब समाप्त कर दिया गया है लेकिन इसके साथ ही यह भी हिदायत दी गई है कि कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना भी जरूरी होगा। पढ़ें पूरी खबर...
संवाद सहयोगी, नवादा : कोरोना काल में जारी लॉकडाउन के खत्म होने के साथ ही बिहार का कश्मीर कहा जाने वाला जिले के गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र का ऐतिहासिक शीतल जलप्रपात ककोलत सैलानियों के लिए खोल दिया गया है। यहां आने पर लगा प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया है। इससे संबंधित पत्र रजौली एसडीओ चन्द्रशेखर आजाद ने जारी कर दिया है। इससे संबंधित सूचना स्थानीय अधिकारियों को दे दी गयी है।
प्रतिबंध हटा पर , कोरोना नहीं, गाइडलाइन का पालन करना जरूरी
गृह विभाग के आदेशानुसार यह प्रतिबंध अब हटा दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना के नियमों के साथ ककोलत जलप्रपात में आने वाले सैलानी अब जलप्रपात का आनंद उठा सकेंगे । ऐसा होने से ककोलत जलप्रपात में कार्य कर रहे लोगों में भी खुशी की लहर है। क्योंकि अब सैलानियों और पर्यटकों के आने से कई दिनों से उनके आमदनी पर लगा पहरा अब समाप्त हो जायेगा।
सैलानियों के आने से नजदीक के गांव वालों की बढ़ेगी आमदनी
बताते चलें कि ककोलत जलप्रपात पर वहां के नजदीक गांव के लोग अपनी रोजी रोटी के लिए आने वाले सैलानियों के लिए खाना बनाते हैं जिससे उनका घर परिवार चलता है। ककोलत पर प्रतिबंध लगाए जाने से कई घरों के मुखिया को अपने परिवार के लिए खाना जुटा पाना मुश्किल हो रहा था, इसलिए ककोलत जलप्रपात के इर्द-गिर्द के लोगों में खुशी की लहर है।
कोरोना गाइड लाइन का पालन जरूरी, संभावित बाढ़ से निपटने को अलर्ट जारी
गृह विभाग द्वारा पूर्ण अनलॉक को लेकर जारी आदेश के अनुसार रजौली अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद के द्वारा पत्र निर्गत करते हुए ककोलत में लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया। लेकिन, कोरोना गाइडलाइन के नियमों का पालन करना सैलानियों के लिए अनिवार्य होगा। हालांकि, एसडीएम ने अपने पत्र में गोविंदपुर के बीडीओ, सीओ व थानाध्यक्ष को ककोलत में संभावित बाढ़ आदि से निपटने के लिए अलर्ट किया है। स्थानीय अधिकारियों को सतत भ्रमणशील रहने और जरूरत पड़ने पर अपने स्तर से निरोधात्मक कार्रवाई करने को कहा है।