साइकिल चलाएं खुद के साथ पर्यावरण को भी रखें स्वस्थ, स्वर्णिम चतुर्भुज साइकिल यात्रा पर पहुंचे युवाओं ने दिया संदेश
40 दिनों में स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत बनी सड़क की यात्रा पूरी करने का संदेश लेकर तीन युवक निकले हुए हैं। ये तीनों अपनी इस यात्रा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दे रहे हैं। इनका कहना है कि लोग साइकिल अपनाएं।
संवाद सहयोगी,शेरघाटी (गया)। काशी के उत्कर्ष वर्मा, औरंगाबाद के राकेश कुमार पवन एवं डॉ शैफुर रहमान प्रदूषण मिटाने और पर्यावरण की रक्षा का संदेश देने निकले हैं। ये शनिवार को शेरघाटी पहुंचे। यहां मानव रक्षा अभियान के संस्थापक कवि मुकेश सदस्य रवि अग्रवाल, रमेश कुमार, शैलेंद्र ठाकुर, मनजीत कुमार, समाजसेवी अफरीदी, शौकत अली, जिला पार्षद बांके बाजार कमर खान ने पुष्प गुच्छ एवं माला पहनाकर स्वागत किया। टीम के तीनों सदस्य साइकिलिंग कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। उनका कहना है कि हमें साइकिल को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। इससे न केवल आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि पर्यावरण भी सुरक्षित और प्रदूषणमुक्त रहेगा। अपनी यात्रा से वे इसकी अलख जगा रहे हैं।
साइकिलिंग से दूर होगी प्रदूषण की गंभीर समस्या
टीम में शामिल बनारस साइकलिंग क्लब के फाउंडर मेंबर 25 वर्षीय उत्कर्ष वर्मा 40 दिनों के रिकार्ड समय में नॉन गीयर साइकिल पर स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क की यात्रा करके एक रिकॉर्ड बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उत्कर्ष वर्मा ने इससे पहले कश्मीर से कन्याकुमारी तक 3755 किलोमीटर 18 दिन 4 घंटे और अरुणाचल प्रदेश होते हुए गुजरात तक 3911 किलोमीटर की यात्रा 23 दिनों में करने का रिकार्ड बनाया है।उन्होंने बातचीत में कहा कि यात्रा करने के दौरान उनका एक्सिडेंट भी हुआ जिसमें हाथ की कलाई चोटिल हो गई। बावजूद यात्रा जारी रखी। साइकिलिंग के शौकीन राकेश कुमार पवन ने कहा कि साइकिलिंग कर शरीर को स्वस्थ रखने के साथ ही पर्यावरण की भी सुरक्षा संभव है। प्रदूषण मुक्त समाज बनाने के लिए ऐसा जरूरी है। पवन ने बताया कि साइकिलिंग में तकनीक होता है। वे हमेशा लोगों को इसके गुर सिखाते हैं। टीम में शामिल डॉ शैफुर रहमान आंख के डॉक्टर भी हैं। उन्होंने कहा की यात्रा के दौरान आप जैसे लोगों का स्नेह और प्यार हम लोगों को मिलता है वही हम लोगों में एक अद्भुत ऊर्जा भरने का काम करता है।