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Bihar News: 16 हजार करोड़ की लागत से बिहार में बिछेगा सड़कों का जाल, गया को मिलेगी जाम से मुक्ति; फोर लेन सड़क बनेगी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को गया दौरे के दौरान सड़क नेटवर्क कनेक्टविटी बेहतर करने कोे लिए 16 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने गया शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए चाकंद से दोमुहान तक 164 करोड़ की लागत से फोर लेन का शिलान्यास किया । इसे स3ल 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

By neeraj kumar Edited By: Divya Agnihotri Updated: Fri, 22 Nov 2024 08:49 AM (IST)
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार को दी 16 हजार करोड़ रुपये की सौगात
जागरण संवाददाता, गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को बिहार दौरे पर थे, इस दौरान उन्होंने प्रदेश को 16 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी। गया में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गया ऐतिहासिक, धार्मिक और पौराणिक शहर है। यहां की सड़कों पर बराबर जाम की समस्या रहती है। गया शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए मोदी सरकार ने वृहद कार्य योजना बनाई है। गया शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए चाकंद से दोमुहान तक 164 करोड़ की लागत से फोर लेन का शिलान्यास किया गया है। साथ ही गया एयरपोर्ट जाने के लिए भी 64 करोड़ की लागत से दोमुहान से पहाड़पुर तक सड़क का चौड़ीकरण होगा।

2026 तक पूरा होगा निर्माण कार्य

केंद्रीय मंत्री ने चाकंद से दोमुहान फोर लेन सड़क और दोमुहान से पहाड़पुर तक सड़क के चौड़ीकरण को 2026 तक पूरा करने की बात कही। इस मार्ग के बनकर तैयार हो जाने से डोभी से पटना और पटना से डोभी मात्र सवा घंटे में 127 किलोमीटर की यात्रा पूरी हो जाएगी। इससे आम लोगों के गाड़ी का ईंधन और समय दोनों की बचत होगी। ये बातें गया दोमुहान में एनएचआई की सभा में केंद्रीय मंत्री ने कहीं। उन्होंने डोभी-गया-पटना फोर लेन का कार्य फरवरी 2025 तक पूरा करने की बात कही। इससे आवागमन करने में आम लोगों को सहूलियत होगी।

केंद्र सरकार की मंशा पटना को सीधे जीटी रोड से जोड़ना

सड़क नेटवर्क कनेक्टविटी होने से रोजगार का साधन बढ़ेगा। बिहार की विकास के लिए मोदी सरकार की तीसरी पाली में शामिल सभी लोग चिंतित है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में सुख, समृद्धि और विकास लाने का निरंतर प्रयास जारी है। गया में 37 सौ करोड़ लागत के कॉरिडोर बनने जा रहा है।

गया से वाराणसी-कोलकाता हाइवे ग्रीन फील्ड का 970 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा। इस पर 40 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री ने बिहार उप मुख्यमंत्री व मंत्री परिषद के सदस्यों को इशारा करते हुए कहा कि बिहार के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं है। आप केवल समय पर भूमि अधिग्रहण, मुआवजा का वितरण और कार्य करने वाली कंपनी को बेहतर माहौल दीजिए। ताकि सड़क निर्माण में लगी कंपनी निर्धारित समय कार्य को पूरा कर सके।

प्रतिनिधियों की मांग को केंद्रीय मंत्री ने किया पूरा

  • बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा लखीसराय के अशोकधाम जाने के लिए सड़क नेटवर्किंग देने का आग्रह किया गया। उनकी मांग को पूरा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने स्वीकृति प्रदान करते हुए कहा कि पांच हजार करोड़ से सड़क निर्माण होगा।
  • औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह द्वारा भी कई सड़क देने की मांग की थी। उनकी मांग को पूरा करते हुए दाउदनगर से रफीगंज बाइपास तक 130 करोड़ की लागत से निर्माण होगा। जिसे 2025 तक पूरा किया जाएगा।
  • नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार, नवादा सांसद विवेक ठाकुर की मांग को पूरा किया गया है।
पटना से जुड़ेगा पूर्णिया

मंत्री ने कहा कि पटना से पूर्णिया जाने के लिए 45 हजार करोड़ से कॉरिडेार का निर्माण होगा। इससे 100 किलोमीटर की दूरी कम होगी। यह कॉरिडोर बनने से सात जिले सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया शामिल हैं।

1 लाख 50 हजार करोड़ की लागत से बनेगा एक्सप्रेसवे

बिहार की समृद्धि और विकास के लिए दो बड़ा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। इसमें पहला एक्सप्रेस-वे 15 हजार करोड़ का होगा। इससे 367 किलोमीटर एक्सप्रेस -वे बनेगा। इसमें पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई शामिल है। दूसरा एक्सप्रेस-वे 20 हजार करोड़ को होगा।

बिहार में कुल 11 आरओबी बनेंगे, इसमें जहानाबाद, विक्रमगंज, नवादा, मधुबनी, कटिहार, मुंगेर, चंपारण शामिल हैं।

प्रमुख मार्ग पटना

  • आरा बक्सर एक्सप्रेस-वे- 8000 हजार करोड़ की लागत से 168 किमी, पूरा करने का लक्ष्य सितंबर-2025 तक।
  • पटना-बेतिया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे- 7000 करोड़ की लागत से 171 किमी, पूरा करने का लक्ष्य- 2026 तक।
  • मुंगेर से विध्यांचल कॉरिडोर, लागत 7000 करोड़। पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2024 तक।
  • गंगा नदी पर 9.50 किमी सिक्स लेन पुल का निर्माण।
  • उतर बिहार को पटना से जोड़ने के लिए 30 हजार करोड़ की लागत से निर्माण, 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य ।
  • गया से बक्सर जाने का रास्ता को सुलभ।

प्रदेश को मिली 16 हजार करोड़ रुपये की सौगात

उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि गुरुवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की बिहार यात्रा से प्रदेश को 16 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात मिली है। मोकामा-बड़हिया-मुंगेर के रूप में प्रदेश को एक नए ग्रीनफील्ड का उपहार मिला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए सरकार की प्रगति के रोडमैप के केंद्र में बिहार है।

विजय सिन्हा ने कहा कि आज बिहार में सड़क निर्माण पर करीब दो लाख करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। एक लाख, आठ हजार करोड़ रुपए की लागत से 11 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। वहीं, 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से 14 पुलों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 1700 किमी विस्तार वाली सड़क योजनाओं का डीपीआर भी बनाया जा रहा है। नितिन गडकरी ने गया में 3700 करोड़ की लागत वाली छह परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

बुद्ध सर्किट से जुड़ी बिहार की परियोजनाएं आने वाले कुछ महीने के अंदर पूरी हो जाएगी। वहीं, रामजानकी मार्ग के तहत 240 किमी लंबी परियोजना के तहत 90 किमी लंबी सड़क का निर्माण अगले वर्ष फरवरी में पूरा हो जाएगा। शेष 160 किमी लंबी सड़क के लिए मार्च 2025 तक डीपीआर बना लिया जाएगा।

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