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Good News : बोधगया नगर पंचायत अब बन जाएगी नगर परिषद, शामिल होंगे 19 पंचायतों के गांव

बोधगया को नगर परिषद बनाया जाएगा। इसके साथ ही इसमें 19 गांवों को शामिल किया जाएगा। नगर परिषद में कुल 38 वार्ड होंगे। नगर परिषद बनने से इस अंतरराष्‍ट्रीय महत्‍व के स्‍थल का और बेहतर तरीके से विकास हो सकेगा।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Sat, 26 Dec 2020 09:53 AM (IST)
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बोधगया के नगर पंचायत का कार्यालय। जागरण

जागरण संवादाता, बोधगया। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल, बोधगया अब अब नगर परिषद में तब्दील हो जाएगा। नगर परिषद में ग्राम पंचायत के 19 गांवों को जोड़ा जा रहा है। हालांकि बोधगया नगर पंचायत में 19 वार्ड हैं।  अब नगर परिषद बनने के बाद इसमें 38 वार्ड हो जाएंगे। नगर परिषद में अपग्रेड कर दिए जाने के अब सीवरेज, ड्रेनेज, चौड़ी सड़कें और स्ट्रीट लाइट के साथ गुणवत्ता युक्त पेयजल का इंतजाम किया जाएगा।

इन गांवों को नगर परिषद में किया जाएगा शामिल

बोधगा नगर परिषद में जिन गांवों को शामिल किया गया है, उनमें महुडर, भलुआ, कोलाहौरा, पड़रिया, धांधवा, मस्तपुरा, टेकुना, धनावा, जहान बीघा, खराठी, अमर बीघा, तुरी खुर्द, तुरी, रत्नराय गंगा बिगहा, बकरोर, सिलनजा, हथियार और नीमा शामिल हैं। बता दें कि बकरोर वही गांव है जहां राजकुमार सिद्धार्थ को सुजाता ने खीर खिलाई थी। उसके बाद मध्यम मार्ग को अपनाकर राजकुमार सिद्धार्थ बोधगया के तत्कालीन उद्वेलन पहुंचे थे। वहां उन्हें संबोधी  की प्राप्ति हुई थी। यह गांव प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम में भी शामिल है।

नगर परिषद बनने से अब भी नगर पंचायत का दायरा बड़ा हो जाएगा। वार्ड पार्षदों की संख्या भी बढ़ेगी। इससे न सिर्फ बोधगया बल्कि आसपास के ग्राम पंचायत के गांवों को शामिल किए जाने से नगरीय स्तर पर विकास होगा। गौरतलब है कि नगर विकास विभाग ने जो प्रस्ताव तैयार किया है उसमें अब 17 नगर निगम होंगे और नगर पंचायतों को नगर परिषद में अपग्रेड किया जा रहा है। इसमें अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया की नगर पंचायत भी शामिल है।

हालांकि बता दें बोधगया में जेनुरूम के तहत सीवरेज, सीवेज और शुद्ध पेयजल की योजना लगभग 5 साल पहले शुरू की गई थी। लेकिन वह आज तक अधूरी है । अब आने वाला समय बताएगा कि नगर परिषद में तब्दील होने के बाद इन योजनाओं पर क्या होता है।

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