Railway News: कैंसर मरीजों को भी नहीं मिल रहा इमरजेंसी कोटा से आरक्षित टिकट, परिवार ने रेलवे से लगाई Ticket देने की गुहार
Bihar News गया जंक्शन होकर चलने वाली हावड़ा-मुंबई मेल में कैंसर मरीजों को भी इमरजेंसी कोटा में भी नहीं मिल रहा है। स्वजन कैंसर मरीज के साथ वेटिंग आरक्षित टिकटों पर सफर करने को मजबूर होना पड़ता है। रेल सूत्रों के अनुसार हावड़ा-मुंबई मेल में फिलहाल गया मात्र स्लीपर में चार 3एसी में दो और 2एसी में दो इमरजेंसी कोटा है।
जागरण संवाददाता,गया। गया जंक्शन होकर चलने वाली हावड़ा-मुंबई मेल में कैंसर मरीजों को भी इमरजेंसी कोटा में भी नहीं मिल रहा है। स्वजन कैंसर मरीज के साथ वेटिंग आरक्षित टिकटों पर सफर करने को मजबूर होना पड़ता है। रेल सूत्रों के अनुसार, हावड़ा-मुंबई मेल में फिलहाल गया मात्र स्लीपर में चार, 3एसी में दो और 2एसी में दो इमरजेंसी कोटा है।
वहीं, कैंसर मरीजों के लिए अगल से कोई कोटा नहीं है,इसी इमरजेंसी कोटा में कैंसर मरीजों को दी जाती है। लेकिन गया से हावड़ा-मुंबई मेल से जाने वाले कैंसर मरीजों की संख्या अधिक है। हर रोज दो से चार मरीज इमरजेंसी कोटा डालते है,लेकिन टिकट कंफर्म नहीं होने पर मजबूर वेटिंग आरक्षित टिकट पर सफर करना पड़ रहा है।
कैंसर मरीजों के स्वजनों ने कहा कि गया होकर गुजरने वाली मुंबई मेल में अलग से हो कैंसर मरीजों के लिए इमरजेंसी कोटा की जाए। मुबई मेल ट्रेन में कम से कम स्लीपर में आठ, 3 एसी में आठ और 2 एसी में छह कैंसर मरीजों के इमरजेंसी कोटा होना चाहिए।
इमरजेंसी कोटा डालने पर भी नहीं आरक्षित टिकट कंफर्म हो पाता है। इससे गयावासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई ऐसे यात्री है। जिन्हें मुंबई जाने के लिए कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता है। इस ट्रेन में लंबी वेटिंग रहता है। गया से मुंबई के लिए आरक्षित टिकटों के लिए सालों भर मारामारी रहती है। साथ ही गया होकर मुंबई के लिए एक और ट्रेन चलाना चाहिए।