कोरोना काल में फलों की खपत 33 फीसद घटी
- फोटो- 802 -लॉकडाउन से पहले आते थे 15 से 18 ट्रक अब पांच से छह पहुंची संख्या -होली के बाद फलों की बिक्री में आती थी तेजी कोरोना ने किया चौपट --------- -30 से 50 रुपये किलो है आम का थोक भाव -25 से 55 रुपये किलो है लीची का थोक भाव -40 रुपये किलो खुदरा में बिक रही मौसमी ---------- जागरण संवाददाता गया
By JagranEdited By: Updated: Wed, 03 Jun 2020 07:10 PM (IST)
गया । कोरोना काल में फलों की खरीदार कम हो गए तो आवक में भी कमी दर्ज की गई है। लॉकडाउन से पहले मंडी में 15 से 18 ट्रक फल प्रतिदिन आते थे, जो अब घटकर पांच से छह ट्रक रह गए हैं।
केदारनाथ मार्केट स्थित फलों के थोक विक्रेता उदय कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के कारण फलों की बिक्री में काफी कमी आई है। होली के बाद फलों की बिक्री में काफी तेजी आती थी, क्योंकि शादी-विवाह का सीजन होता था। कोरोना ने बिक्री पर पानी फेर दिया है। मंडी में प्रत्येक आम, लीची, केले, मौसमी के पांच से छह ट्रक आ रहे हैं। इनमें एक ट्रक मौसमी के होते हैं। मंडी में आम भागलपुर, लीची मुजफ्फरपुर और मौसमी हैदराबाद से। सेब हिमाचल प्रदेश से आ रहा है। उन्होंने कहा कि आम का थोक भाव 30 से 50 रुपये एवं खुदरा में 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है। लीची का थोक भाव 25 से 55 रुपये एवं खुदरा में 40 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। मौसमी 40 रुपये किलो खुदरा में बिक रही है। वहीं, सेब 20 किलो की पेटी 250 से 400 रुपये की है। खुदरा में 120 से 140 रुपये किलो बिक रहा है।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।