Gaya News : जमीनी विवाद में दो पक्षो में जमकर हुई मारपीट, कई राउंड चली गोली; दहशत से थर्राया इलाका
आमस थाना क्षेत्र के अकौना गांव में जमीनी विवाद को लेकर बुधवार की रात्रि दो पक्षों के बीच मारपीट हुई।मारपीट की घटना के दौरान ही कई राउंड गोली चली।घटना की खबर सुनते ही आमस पुलिस और शेरघाटी एएसपी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी लिया।जानकारी के मुताबिक गांव के ही मोहम्मद सुल्तान और ओझी मियां के स्वजनों के बीच जमीनी विवाद को लेकर चार दिन पूर्व बकझक हुई थी।
संवाद सूत्र, आमस। आमस थाना क्षेत्र के अकौना गांव में जमीनी विवाद को लेकर बुधवार की रात दो पक्षों के बीच मारपीट हुई। मारपीट की घटना के दौरान ही कई राउंड गोली चली। घटना की खबर सुनते ही आमस पुलिस और शेरघाटी एएसपी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
जानकारी के मुताबिक, गांव के ही मोहम्मद सुल्तान और ओझी मियां के स्वजनों के बीच जमीनी विवाद को लेकर चार दिन पूर्व बकझक हुई थी। बुधवार की रात्रि पुनः विवाद बढ़ा और दोनों ओर से ईंट पत्थर चलने लगा।
ईंट पत्थर से दो लोग घायल भी हुए हैं। ईंट पत्थर के बीच ही दोनों ओर से गोलीबारी भी हुई। पुलिस को घटनास्थल से कारतूस का खोखा भी मिला है। इस मामले में स्थानीय थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है।थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार ने बताया कि आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है।
मारपीट व दुर्व्यवहार को लेकर चिकित्साकर्मी गए हड़ताल पर
शेरघाटी के अनुमंडल अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ एक मरीज के स्वजन द्वारा मारपीट एवं अभद्र व्यवहार करने को लेकर गुरुवार को स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षा एवं कार्रवाई की मांग करते हुए ओपीडी बंद कर दिया है।
स्वास्थ्यकर्मी रंजीत कुमार ने बताया कि बुधवार को 2 बजे से 8 बजे रात्रि शिफ्ट में शहर के ही एक बुजुर्ग महिला ललिता देवी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए चिकित्सक के द्वारा रेफर कर दिया गया।
अस्पताल के एंबुलेंस से मरीज को ले जाया जा रहा था। स्ट्रेचर से एंबुलेंस पर रखने एवं सही इलाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए स्वजन गाली गलौज करने लगे और अस्पताल की पर्ची फाड़ दी। फिर दुबारा पर्ची बनाने के लिए दबाव बनाने लगा।
मारपीट करने एवं दुर्व्यवहार की सूचना स्थानीय थाना को दी गई है। लेकिन कार्रवाई नहीं हो सका है। इसलिए हम सभी स्वास्थ्यकर्मी तबतक काम पर वापस नहीं लौटेंगे जबतक वरीय अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिया जाता है।