मगध प्रमंडल की बैठक में दिखी आइजी की हनक, जिलों के पुलिस कप्तान को सिखाया क्राइम कंट्रोल का गुर
मगध प्रमंडल में पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) के पद पर नव पदस्थापित अमित लोढ़ा की पहली बैठक शुक्रवार को उनके कार्यालय में हुई। बैठक में शामिल सूत्रों के अनुसार आईजी के कड़े तेवर एसएसपी और एसपी को झेलना पड़ा। अपराध नियंत्रण से जुड़े डाटा लेकर बैठक में नहीं आए थे।
जागरण संवाददाता, गया। मगध प्रमंडल में पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) के पद पर नव पदस्थापित अमित लोढ़ा की पहली बैठक शुक्रवार को उनके कार्यालय में हुई। बैठक में शामिल सूत्रों के अनुसार आईजी के कड़े तेवर एसएसपी और एसपी को झेलना पड़ा। कई वरीय पुलिस पदाधिकारी अपराध नियंत्रण से जुड़े डाटा लेकर बैठक में नहीं आए थे।
साथ ही अपराध नियंत्रण को रोकने के लिए कोई वृहद कार्ययोजना भी तैयार नहीं किया गया था। इसे लेकर मगध प्रमंडल आईजी ने स्पष्ट शब्दों में कहा की पहली प्राथमिकता अपराध को नियंत्रण करना और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजना कार्य है। जो भी पूर्व में लंबित मामले हैं फरार चल रहे आरोपित या फिर अन्य मामलों में फरार अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
उन्होंने नक्सल प्रभावित गया. औरंगाबाद. नवादा जिलों के एसएसपी को कहा कि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाए और नक्सलियों के मंसूबे को विफल की जाए। साथ ही राज्य सरकार ने में प्रतिबंधित मादक पदार्थ जैसे शराब. अफीम. गांजा. चरस. हीरोइन के तस्कर पर ही कार्रवाई की जाए। इन मादक पदार्थों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने वाले गिरोह पर भी पुलिस का शिकंजा कसा जाए। बैठक में गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, नालंदा और सासाराम जिलों के पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार इन सभी जिलों के पुलिस कप्तान को आपस में समन्वय बनाकर अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण रखने का निर्देश दिया गया है हर हाल में विधि व्यवस्था शांति बहाल और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना का निर्देश दिया गया है।