Bihar Sand Mining: बालू माफियाओं को कानून का डर नहीं, 24 घंटे हो रहा अवैध खनन; झारखंड में होती है बिक्री
Sand Mining In Gaya गया जिले में अवैध बालू खनन माफिया बेखौफ होकर मोहाने नदी से बालू निकाल रहे हैं। बालू को झारखंड के चौपारण थाना क्षेत्र के चोरदाहा पहुंचाया जा रहा है जहां से इसे रांची रामगढ़ हजारीबाग सहित दर्जनों शहरों में बेचा जाता है। वन विभाग ने प्राथमिकी दर्ज की है लेकिन माफिया पर इसका कोई असर नहीं है।
संवाद सूत्र, बाराचट्टी। गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत भलुआ के सबलपुर एवं भलुआचट्टी के निकट मोहाने नदी से चौबीस घंटे अवैध खनन कर ट्रैक्टर वाहन से बालू को झारखंड के चौपारण थाना क्षेत्र के चोरदाहा पहुंचाया जा रहा है। यहां से ट्रक पर लादकर बालू झारखंड राज्य के रांची, रामगढ, हजारीबाग सहित दर्जनों शहरों में बिक्री किया जाता है। अवैध खनन को लेकर वन विभाग ने प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई किया, लेकिन बालू माफियाओं को इसका भय नहीं है।
माफियाओं का बढ़ा मनोबल
बाराचट्टी वनो के क्षेत्र पदाधिकारी शशि भूषण ने बताया कि बीते महीनों हमारे वन परिसर पदाधिकारी कदल के द्वारा अवैध खनन कर वन परिसर क्षेत्र से बालू को ट्रैक्टर वाहन पर लोड करने के दौरान मोहाने नदी से पकड़ा गया था। इसकी सूचना मिलते ही पांच-छह मोटरसाइकिल पर सवार लगभग 15 की संख्या में उपद्रवी लड़के जो बालू माफिया गिरोह के सदस्य है आकर जप्त वाहन हमारे पदाधिकारी को गाली-गलौज करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए।
उक्त गिरोह के लड़के वाहन को छिन्न कर भाग गए। बाराचट्टी थाना में इस मामले में गुडडू यादव एवं पिटू यादव ग्राम बैजनाथ थाना सिंधुगढ और अज्ञात पन्द्रह लोगों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। लेकिन इस मामले में स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं है किया जिसके कारण आज भी बिना भय के बालू का अवैध खनन मोहाने नदी से चौबीस घंटे हो रहा है।
माफिया और पुलिस के बीच हुआ है नोकझोंक
बीते माह शेरघाटी एसडीओ सारा असरफ को रात में भलुआ के मोहाने नदी से अवैध खनन कर बालू उठाव की सूचना मिलने पर वे खुद पहुंच नदी तट पर पहुंच गए। मध्य विद्यालय भलुआचट्टी के सामने अनुसूचित जाति बस्ती के पास एक बालू लदा ट्रैक्टर वाहन को एसडीओ ने जप्त किया था। कुछ ही छन में वहां माफियाओं का गिरोह पहुंचकर वाहन को छोड़ने की मशक्कत करने लगे।बाराचट्टी थाने की पहुंची पुलिस ने जप्त वाहन को अपने कब्जे में लिया। एसडीओ वहां से वापस लौट गए थे, लेकिन वहां मौजूद बालू माफियाओं और पुलिस पदाधिकारी एवं जवानो के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। पुलिस सूत्र के अनुसार, जब मौजूद पुलिस ने गोली चलाने का निर्णय लिया उसके बाद माफिया और गिरोह के सदस्य वहां से भाग खड़े हुए।
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