भभुआ में बच्चे से 10 घंटे कराया जाता था काम, धावा दल ने गैरेज से बाल श्रमिक को कराया मुक्त, संचालक पर एफआइआर
नगर के राजेंद्र सरोवर के पास संचालित एक मोटर गैरेज में शुक्रवार को छापेमारी कर धावा दल ने एक बाल श्रमिक को मुक्त कराया। बच्चे से सुबह आठ से शाम छह बजे तक 150 रुपए पर कराया काम जाता था।
By Sumita JaiswalEdited By: Updated: Sat, 10 Jul 2021 09:10 AM (IST)
भभुआ जागरण संवाददाता। नगर के राजेंद्र सरोवर के पास संचालित एक मोटर गैरेज में शुक्रवार को छापेमारी कर धावा दल ने एक बाल श्रमिक को मुक्त कराया। इसके बाद उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित करा कर देखभाल के लिए सौंप दिया गया। उधर इस मामले में भभुआ थाना में गैरेज संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
एफआइआर को दिए गए आवेदन में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया है कि शुक्रवार को श्रम संसाधन विभाग जिला धावा दल द्वारा मोटर गैरेज नीरज मोटर मैकेनिक गैरेज में छापेमारी की गई। जिसमें कार्य कर रहा एक बाल श्रमिक मिला। जिसे मुक्त कराया गया। उसका नाम सलमान खां है। वह भभुआ नगर के वार्ड सात का रहने वाला है। जबकि गैरेज का मालिक नीरज शर्मा भभुआ वार्ड नंबर 11 में रहता है।बच्चे से दस घंटे कराया जाता था काम
बाल श्रमिक ने बताया कि सुबह आठ बजे से छह बजे शाम तक 150 रुपए प्रतिदिन के हिसाब की मजदूरी पर कार्य कराया जाता है। इसके बाद बाल श्रमिक को धावा दल ने बाल कल्याण समिति को देखभाल के लिए सौंप दिया। धावा दल में चैनपुर के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अशोक कुमार, कुदरा के नीतेश कुमार, एएसआइ शैलेंद्र कुमार व नगर थाना की पुलिस के अलावा चाइल्ड लाइन के सदस्य ज्ञान प्रकाश भारती व राकेश कुमार शामिल थे।
लगातार चलेगा जांच अभियान
इस संबंध में श्रम अधीक्षक जावेद रहमत ने बताया कि जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से कार्य कराने वाले लोगों के विरुद्ध लगातार जांच अभियान चलेगा। पकड़े जाने पर उनके विरुद्ध बाल श्रम अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करा कर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में थानाध्यक्ष भभुआ रामानंद मंडल ने कहा कि आवेदन मिला है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अग्रेतर कार्रवाई कर रही है।
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