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गया में मां की अर्थी को कंधा दे पुत्री ने दी मुखाग्नि, भाइयों ने बदलाव में दिया साथ

आजमगढ़ गांव की चांदो देवी को दो पुत्रों ग्रामीणों व स्जवनों की मौजूदगी में छोटी पुत्री रीना कुमारी ने मुखाग्नि दी।सामाजिक कुरीतियों को छोड़ने के लिए यह पूरा परिवार और परिजन कटिबद्ध है। इसकी सराहना पूरे इलाके में हो रही है।

By Sumita JaiswalEdited By: Updated: Mon, 28 Jun 2021 11:01 AM (IST)
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छोटी पुत्री रीना कुमारी स्‍वजनों के साथ मां को कंधा देती हुईं। जागरण फोटो।
बांकेबाज़ार (गया), संवाद सूत्र। प्रखंड के आजमगढ़ गांव के श्मशान घाट पर जब एक पुत्री अपने भाइयों के रहते अपनी मां को मुखाग्नि दे रही थी, तो सभी हतप्रभ थे। लेकिन किसी की जुबां नहीं खुल रही थी। बदलते माहौल, समय और कानून में पुत्र की भांति पुत्री को भी बराबर का हकदार बना दिया है। आजमगढ़ गांव की 94 वर्षीय चांदो देवी की मौत रविवार को हो गई। उनका अंतिम संस्कार मनुवादी परंपरा से हटकर मानववादी रीति से किया गया। दो भाईयों, ग्रामीणों व स्जवनों की मौजूदगी में छोटी पुत्री रीना कुमारी ने मुखाग्नि दी।

पूरे इलाके में हो रही सराहना

पार्थिव शरीर को बेटी रीना कुमारी एवं समाजसेवी पुत्र बलजीत रजक एवं अन्य ने कंधा देकर घर से श्मशान घाट तक लेकर गए। सामाजिक कुरीतियों को छोड़ने के लिए यह पूरा परिवार और परिजन कटिबद्ध है। इसकी सराहना पूरे इलाके में हो रही है। इस मौके पर सैकड़ों शुभचितकों के साथ समाजसेवी विष्णुपद यादव, दांगी संघ प्रदेश अध्यक्ष शिव शंकर सिंह, झारखंडी समाज सेवी राम बुझावन रजक, अर्जन नेता अरविंद कुमार, समाजसेवी राम रतन प्रसाद, रंजीत कुमार, अशरफ अली खान सहित अन्य मौजूद थे।

आजाद पार्क में ओजस्विनी ने किया पौधरोपण

अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की सहयोगी संस्था ओजस्विनी द्वारा इस वर्ष मनाए जा रहे परिषद के चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह के मद्देनजर संगठन की जिलाध्यक्षा डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में शहर के आजाद पार्क में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पार्क परिसर में आम, अमरूद, जामुन, लीची, पीपल, बरगद, एलोवेरा, नीम आदि के उपयोगी पौधे लगाए गए। ओजस्विनी अध्यक्षा के संग जिला महामंत्री शिल्पा साहनी, वर्षा रानी, कृति प्रकाश, रिया कुमारी व अहिप के सभी सदस्यों ने मिलजुल कर कोरोना गाइडलाइंस का अनुपालन करते हुए पौधरोपण किया। गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन परिसर में भी पौधे लगाए गये। इस कार्यक्रम में श्रीराम बारीक, जिला मंत्री, अहिप, सुरेन्द्र ङ्क्षसह सुरेन्द्र, सभापति, गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन, मुकेश शर्मा, कार्याध्यक्ष, अहिप, विश्वजीत चक्रवर्ती, जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय बजरंग दल,  रतन गायब, जिलामंत्री, राष्ट्रीय बजरंग दल, शशिकांत मिश्र, विभाग अध्यक्ष, राष्ट्रीय बजरंग दल, गया, अश्विनी कुमार, रौशन कुमार, अंकित कुमार तथा वैभव सोनी आदि की सक्रिय भागीदारी रही।

पौधरोपण के दौरान उपस्थित सभी सदस्यों को डॉ. प्रियदर्शनी ने संबोधित करते हुए कहा कि पेड़-पौधे ही तो हमारी धरती की शोभा हैं। प्रकृति संरक्षण की दिशा में पौधरोपण सबसे सरल, प्रभावी और कारगर कदम है और इस दिशा में महिलाओं की भूमिका अति महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान समय में बिना सोचे-समझे पेड़ों का तीव्र गति से काटा जाना तथा ऑक्सीजन की आपूर्ति हेतु कारखानों का लगाया जाना अत्यंत हास्यास्पद है। इस दरम्यान सभी सदस्यों ने प्रकृति के संरक्षण हेतु संकल्प लिया।

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