Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

KK Pathak : स्कूल में कम मिले बच्चे तो केके पाठक ने रोक दी इन शिक्षकों की सैलरी, दे दिया ऐसा फरमान

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शुक्रवार को गया में सरकारी स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दो विद्यालय के शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाने का आदेश दे दिया। दशरथनगर प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति कम देख केके पाठक नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जब बच्चों की उपस्थिति की संख्या 90 हो जाएगी उसके बाद ही शिक्षकों को उनका वेतन मिलेगा।

By Gaurav Kumar Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 15 Mar 2024 08:33 PM (IST)
Hero Image
अपर मुख्य सचिव ने दो विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन पर लगाई रोक। (फाइल फोटो)

संवाद सूत्र, अतरी (गया)। गया के मोहड़ा प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। दो विद्यालय के शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाने का आदेश दिए। प्राथमिक विद्यालय दशरथनगर में बच्चों की उपस्थिति कम देख नाराज हो गए। विद्यालय की प्रभारी मनीषा कुमारी और टोला सेवक के वेतन पर रोक लगाने का आदेश दिया।

उन्होने कहा कि जब बच्चों की उपस्थिति की संख्या 90 हो जाएगी, उसके बाद ही वेतन मिलेगा। 40 बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यालय खोले हैं। वहीं, जर्जर भवन को तोड़ कर बच्चों को खेलने के लिए खेल मैदान बनाने का आदेश दिया।

उत्क्रमित मध्य विद्यालय तेतर में जब 11वीं के छात्राओं से पूछे तो उन्होंने बताया कि 16 नामांकन है जिसमें सात उपस्थित हैं। दो छात्राएं परीक्षा देकर चली गईं। उन्होंने शिक्षकों को आदेश दिया कि सात छात्र जो परीक्षा नहीं दिए हैं उनका नामांकन 12वीं में नहीं होना चाहिए।

दूसरी पाली में छात्रों की परीक्षा न पड़ने पर जब शिक्षकों से कारण पूछा तो शिक्षकों ने बताया कि प्रश्न पत्र न आने के कारण परीक्षा नहीं पड़ी है। प्रथम पाली में जिस विषय की परीक्षा पड़ी उस विषय के बारे में शिक्षक को जानकारी नहीं थी। इस पर अपर मुख्य सचिव ने फटकार लगाई।

केके पाठक ने सभी नियोजित शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाने का आदेश दिया। वहीं कक्षा एक से पांचवीं के छात्रों से मिले। उन्होंने पूछा कि 4:30 बजे तक आप स्कूल में पढ़ रहे हैं कोई दिक्कत तो नहीं है। बच्चों ने कहा कि नहीं सर हम लोग बहुत खुश हैं।

वहीं एससी प्राथमिक विद्यालय में अरई में कम बच्चों को देख प्रभारी और टोला सेवक को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का आदेश दिया। जर्जर भवन को तोड़कर खेल मैदान बनाने का आदेश दिया ताकि बच्चों लोग खेल सके।

यह भी पढ़ें: RJD से लालू यादव का 'MY' फॉर्मूला OUT! अब तेजस्वी अपने तरीके से कर रहे सियासी पिच पर 'बैटिंग'

पटना, मुजफ्फरपुर समेत इन जिलों में जमीन खरीदेगी सरकार, दो हजार एकड़ में बनेगी ग्रीनफील्ड टाउनशिप

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर