Navratri 2022: मां सिद्धिदात्री की पूजा आज, सुबह से ही मंदिरों में उमड़ने लगी श्रद्धालुओं की भीड़
Durga Puja 2022 मां सिद्धिदात्री की पूजा आज है। इसे लेकर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। महानवमी के दिन आज मंदिरों व पूजा पंडालों में सामूहिक हवन का आयोजन भी किया जाएगा। हवन का मुर्हूत दोपहर डेढ़ बजे तक है।
गया, जागरण संवाददाता। Durga Puja 2022: नवरात्रि के नौवें दिन यानी मंगलवार मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है। माता सिद्धिदात्री को मां दुर्गा का नौवां स्वरूप माना जाता है। नवमी को कन्या पूजन भी किया जाएगा। यह नवरात्रि का अंतिम दिन है। इसे लेकर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है।
सुबह से ही उमड़ रहे श्रद्धालु
मंगलवार रहने के कारण श्रद्धालुओं की संख्या मंदिरों में पूजा-अर्चना को लेकर अधिक होगा। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है। कतार में लगकर श्रद्धालु अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। सबसे अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ मां मंगलौरी मंदिर में है। वहां अलसुबह ही श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। मंदिर के पुजारी विपिन गिरि ने कहा कि नवमी तिथि को मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या काफी होती है। इसके लिए प्रबंधकारिणी समिति द्वारा प्रबंध किया गया है। श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होगी। हां, गर्भगृह में प्रवेश को लेकर थोड़ी समय लग सकता है, वहां काफी संख्या में श्रद्धालु प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
इसके पहले मंगलागौरी मंदिर में सोमवार को भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। दस से 11 घंटे में गर्भगृह में श्रद्धालु प्रवेश कर रहे थे। सुबह से लेकर रात तक श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही।
आज होगा सामूहिक हवन
नवमी तिथि के अवसर पर मंदिरों में सामूहिक हवन का आयोजित किया गया है। मंगलागौरी मंदिर से लेकर बगलामुखी, दुखहरणी, वागेश्वरी, संकटा एवं शीतला मंदिर में सामूहिक हवन होगा, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। आचार्य लाल भूषण मिश्र ने कहा कि हवन करने का मुर्हूत मंगलवार को दोपहर डेढ़ बजे तक ही है। उसके बाद दशमी तिथि प्रवेश होगा।
रोशनी से जगमग दुर्गाबाड़ी
दुर्गाबाड़ी में बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है। महाअष्टमी तिथि के संधिपूजा के तहत दीप प्रज्वलित किया गया। पूजा का आयोजन गया दुर्गावाटी समिति द्वारा किया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष देवा शिष्य मुखर्जी उर्फ ओम लाल ने कहा कि समिति द्वारा 108 दीप प्रज्वलित किये गये। वहीं प्रत्येक श्रद्धालु द्वारा पांच-पांच दीये जलाये गये। साथ ही माता दुर्गा की आरती एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई।