Most Wanted Naxalite: पुलिस पर हमला करने वाला खूंखार नक्सली गया में गिरफ्तार, सिर पर था 1 लाख रुपये का इनाम
बिहार एसटीएफ ने एक लाख के इनामी नक्सली मुन्ना रवानी को गिरफ्तार किया है। मउ थाना पुलिस के सहयोग से एसटीएफ ने उसके आवास से गिरफ्तार किया। मुन्ना रवानी पर आधा दर्जन से अधिक नक्सली कांड में शिकायत दर्ज हैं। इसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में नक्सल गतिविधि पर असर पड़ने की उम्मीद है। मुन्ना पुलिस पर हमला कर फरार हो गया था।
संवाद सहयोगी, टिकारी। बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने एक लाख के इनामी नक्सली मुन्ना रवानी उर्फ मुन्ना चंद्रवंशी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। मउ थाना की पुलिस के सहयोग से एसटीएफ की टीम ने मुन्ना रवानी को उसके घिरसिंडी स्थित आवास से गिरफ्तार किया है।
पूर्व में शीर्ष नक्सली नेता प्रमोद मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद कुख्यात नक्सली मुन्ना रवानी की गिरफ्तारी से क्षेत्र में नक्सल गतिविधि चर्चा का विषय बना है।
एसएसपी कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 22 अप्रैल को जिला के धनगाई थानाक्षेत्र अंतर्गत सिमरौवा ग्राम में पुलिस नक्सलियों के होने की सूचना पर छापामारी करने पहुंची थी। जहां नक्सली पुलिस पर फायरिंग कर फरार होने में सफल हो गये थे।
उक्त कांड में मुन्ना रवानी का नाम सामने आया था। मुन्ना रवानी के खिलाफ जिला के धनगाई, कोंच, शेरघाटी, मेन, टिकारी, अलीपुर, परैया एवं नवादा के रजौली थाना में आधा दर्जन से अधिक नक्सली कांड में शिकायत दर्ज है।
वर्ष 2020 में भी पुलिस ने मुन्ना को किया था गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2020 के सितंबर माह में एसएसबी की 29वीं वाहिनी की टीम ने मुन्ना रवानी को कोंच थानाक्षेत्र के श्रीगांव से गिरफ्तार किया था।
उस वक्त पुलिस में मुन्ना को प्रधाना इस्माईलपुर सड़क निर्माण करने वाले संवेदक से लेवी मांगने, नही देने पर पोकलेन मशीन में आग लगाने का आरोप लगाया था। पुलिस द्वारा मुन्ना रवानी को चाल्हो सबजोन के एरिया कमांडर के रूप में नक्सली गतिविधि में रहने की बात बताई थी।
खदेड़ कर पुलिस ने मुन्ना को दबोचा
एसएसपी के अनुसार, छापामारी के दौरान पुलिस बल को देखकर वह भागने लगा, जिसे खदेड़ कर पुलिस बल ने गिरफ्तार किया। जिलास्तरीय कुख्यात नक्सलियों में शामिल करते हुए इस पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी। घटनास्थल से नक्सली दस्तावेज और खोखा बरामद किया गया है।
बता दें कि नक्सली प्रमोद मिश्रा को पुलिस ने साल 2023 में गिरफ्तार किया था। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। यहां तक कि पुलिस उसे पकड़ने के लिए एक करोड़ रुपये का भी इनाम रखने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही वह पकड़ में आ गया।
प्रमोद मिश्रा को उसके दो अन्य सहयोगियों के साथ अरेस्ट किया गया था। बिहार-झारखंड सीमा पर प्रमोद नक्सली गतिविधियों में काफी एक्टिव रहता था। उसके खिलाफ भी थाने में दर्जनों मुकदमे दर्ज थे।
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