Tilkut of Gaya: अब रेलवे स्टेशन पर भी मिलने लगा गया का प्रसिद्ध तिलकुट, रेलवे बोर्ड ने दी हरी झंडी
Vocal for Local गया रेलवे जंक्शन पर मशहूर तिलकुट की बिक्री कैटरिंग स्टॉल के माध्यम से होने लगी है। रेलवे बोर्ड की हरी झंडी मिलने के साथ ही यह स्टॉल पर उपलब्ध हो गया है। इसकी कीमत और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखा जाएगा।
सुभाष कुमार, गया। यूं तो तिलकुट की मांग मकर संक्रांति पर ज्यादा होती है। लेकिन आम दिनों में भी तिलकुट की बिक्री होने लगी है। ऐसे में बात हो गया के तिलकुट की तो फिर किसी दिवस विशेष का इंतजार करना मुश्किल हो जाता है। देश हो या विदेश गया के तिलकुट की बात ही निराली है। तो अब तिलकुट प्रेमियों के लिए खुशी की खबर है। पहले डाकघर ने गया के तिलकुट की आपूर्ति की सुविधा दी। अब डीडीयू रेल मंडल के गया जंक्शन पर भी यह तिलकुट उपलब्ध हो गया है।
गया जंक्शन पर होने लगी तिलकुट की बिक्री
रेलवे बोर्ड के निर्देश पर रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय के निर्देशन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू) यात्रियों हेतु खानपान सुविधा को और बेहतर बनाने को लेकर लगातार कार्यरत है। इसी क्रम में गया जंक्शन पर यात्रियों हेतु गया की मशहूर तिलकुट की बिक्री की शुरुआत की गई। अब गया जंक्शन पर यात्री मशहूर तिलकुट का आनंद ले सकेंगे।
क्षेत्र के मुताबिक लोकप्रिय व्यंजनों की होगी बिक्री
गौरतलब है कि रेलवे लोकप्रिय क्षेत्रीय खाद्य सामग्री व व्यंजनों जैसे गया का तिलकुट, मनेर का लडडू, मखाना, लिट्टी-चोखा, चूड़ा-दही लाई-पकौड़ी, सत्तू, भुजा, चनाचूर आदि को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक रुपेश कुमार के नेतृत्व में मंडल का वाणिज्य विभाग द्वारा मंडल के गया, डीडीयू के साथ अन्य प्रमुख स्टेशनों पर यात्रियों हेतु क्षेत्रानुसार लोकप्रिय स्थानीय व्यंजनों को खानपान स्टाल के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा ।
बाजार मूल्य के बराबर रहेगी कीमत, गुणवत्ता भी बराबर होगी
सांसद राधा मोहन सिंह के आग्रह पर बिहार के फेमस खाद्य पदार्थों की रेलवे खानपान स्टोलों से बिक्री की जाएगी। इस पर रेलवे बोर्ड ने सहमति दे दी है। गया जंक्शन के सभी खानपान स्टॉल पर गया के मशहूर तिलकुट बिक्री का आदेश दे दिया गया है। सभी स्थलों पर बिक्री चालू भी हो गई है। इसका रेट मार्केट मूल्य के बराबर रहेगा। मामला गया की पहचान से जुड़ा होने के कारण तिलकुट के गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके लिए स्टेशन प्रबंधक एवं सीएसजी गया को विशेष ध्यान रखने को कहा गया है।
क्षेत्रीय उत्पाद होंगे उपलब्ध
इसके अलावा सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम दर्जे के उद्यमों के उत्थान को ध्यान में रखकर उनके उत्पादों जैसे लीची का जूस, अचार, मुरब्बा, सैनिटाइजर, जूट के सामान, खादी/सिल्क, कलाकृतियां, डिस्पोजेबल बेड रोल आदि को भी यात्रियों के लिए मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर उपलब्ध कराने के लिए वाणिज्य विभाग कार्य कर रहा है। डीडीयू मंडल द्वारा 'वोकल फॉर लोकल' की प्रेरणा के साथ यात्री सेवा को और बेहतर बनाने का कार्य जारी है।