Pitru Paksha 2023: तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए तैयार गयाजी, कई बदलावों का साक्षी बनेगा पितृपक्ष
28 सितंबर से बिहार में पितृ पक्ष मेला शुरू होगा। इसे लेकर नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम ने तैयारियां तेज कर दी है। इस बार यात्रियों को मेले में कई तरह की खास सुविधाएं दी जाएगी। इस बार सभी तीर्थयात्रियों को पेयजल के रूप में गंगाजल की सुविधा मिलेगी। आइए विस्तार से जानतें है कि और क्या रहेगा मेले में खास?
By Jagran NewsEdited By: Shashank ShekharUpdated: Fri, 15 Sep 2023 05:52 PM (IST)
जागरण संवाददाता, गया: 26 सितंबर से गयाजी में तीर्थयात्रियों का आना शुरू हो जाएगा। वहीं, 28 सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू होते ही तर्पण के साथ कर्मकांड प्रारंभ हो जाएगा। ऐसे में गयाजी इस बार अपने तीर्थयात्रियों के स्वागत में पलके बिछाए है।
तीर्थयात्रियों की स्वागत के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन जोरों-शोरों से तैयारियों में जुटा है। इस बार कई योजनाएं पहली बार इस पितृपक्ष मेला में बदलाव के साथ सबके सामने होगा। इनमें से सबसे बड़ी बात गंगाजल का है। तीर्थयात्रियों को पहली बार पेयजल के रूप में गंगाजल मिलेगा।
तीर्थयात्रियों का गंगाजल से बुझेगा प्यास
पितृपक्ष में पहली बार तीर्थयात्रियों को गंगाजल से प्यास बूझेगा क्योंकि शहर में पेयजल के लिए गंगा आपूर्ति योजना के तहत 35 मिलियन लीटर पानी आपूर्ति की जा रही है।तीर्थयात्रियों को विष्णुपद, देवघाट, बाइपास, चांद-चौरा, अक्षयवट, सहित कई क्षेत्र में गंगाजल की आपूर्ति हो रही है। गंगाजल आपूर्ति योजना का शुभारंभ पिछले वर्ष नवंबर माह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा किया गया था।
विष्णुपद मंदिर में बनाया जा रहा निकास द्वार
पितृपक्ष में काफी संख्या में तीर्थयात्री गयाजी पहुंचते हैं, जहां पिंडदान करने के बाद भगवान श्रीहरि विष्णु के चरण में पिंड को अर्पित करते हैं। इसे लेकर मंदिर में काफी भीड़ रहती है।मंदिर में भीड़ को कम करने के लिए श्रीविष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति द्वारा एक निकास द्वार का निर्माण कराया गया है, जिससे तीर्थयात्री आसानी से मंदिर बाहर निकल सके। निकास द्वार मंदिर के दक्षिणी दिशा स्थित लक्ष्मी नारायण उद्यान में खोला गया है।
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