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Magadh University: नए फॉर्मेट के चक्‍कर में 15 माह से छात्रों को नहीं मिल रही डिग्री, हाल मगध विश्वविद्यालय का

मगध विश्‍वविद्यालय के छात्रों को करीब डेढ़ साल से डिग्री नहीं मिल रही। इस कारण उन्‍हें परेशानी हो रही है। इसके पीछे नए फॉर्मेट की डिग्री का हवाला दिया जा रहा है। साथ ही कुलपति की अस्‍वस्‍थता भी थी।

By Vyas ChandraEdited By: Updated: Tue, 22 Dec 2020 12:19 PM (IST)
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इसी फॉर्मेट में दिया जाएगा प्रमाणपत्र। जागरण
जासं, बोधगया (गया) । मगध विश्‍वविद्यालय (Magadh University) के छात्रों को डिग्री नहीं मिल रही। विभिन्न परीक्षाओं में उत्‍तीर्ण छात्र लगभग 15 माह से डिग्री की आस लगाए हैं। वे डिग्री के लिए आवेदन जमा करते हैं तो आश्‍वासन दिया जाता है कि नए फॉर्मेट में डिग्री जारी की जा रही है। लेकिन एक-दो की कौन कहे 15 महीने से डिग्री नहीं दी जा रही। हालांकि आवेदन के साथ किसी नॉकरी का ज्‍वाइनिंग या कॉल लेटर की प्रति लगाने पर डिग्री निर्गत की जा रही है। लेकिन अन्‍य छात्रों के मामले में ऐसा नहीं है।
नए फॉर्मेट में दी जा रही डिग्री, सात स्‍तरीय सुरक्षा से है लैस
विश्‍वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक (Examination Controller) प्रो भृगु नाथ बताते है कि छात्रों को नए फार्मेट का डिग्री दी जा रही है। इसे नई दिल्ली की एक एजेंसी से बनवाया गया है। सभी पाठ्यक्रमों की डिग्री में एकरूपता है। डिग्री पर हस्ताक्षर प्रणाली में भी बदलाव हुआ है। सुरक्षा मानक के लिए डिग्री पर सात स्तरीय सुरक्षा से लैस होलोग्राम (Hologram) लगाया गया है। जानकारी हो कि फर्जीवाड़े का मामला सामने आने के बाद प्रमाणपत्र पर बनाने वाले कर्मी से लेकर प्रशाखा पदाधिकारी, सहायक कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक तक का हस्ताक्षर होता है। बाद में कुलपति का हस्‍ताक्षर होता है तब ही छात्रों को दिया जाता है।
कुलपति ने डिग्री के फॉर्मेट पर जताई थी आपत्ति
बता दें कि मगध विश्‍वविद्यालय में कुलपति पद पर योगदान करने के बाद से प्रो प्रसाद डिग्री पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे थे। कुलपति का मानना था कि मगध विवि के डिग्री फॉर्मेट में त्रुटि है।इधर पिछले दो माह से कुलपति प्रो राजेंद्र प्रसाद बीमार चल रहे थे। इस वजह  से डिग्री पर हस्ताक्षर नहीं हो रहा था। इस दौरान किसी को प्रभार भी नहीं दिया गया था। इस दौरान प्राध्यापक पद की बहाली के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को डिग्री के बजाय प्रोविजनल प्रमाण पत्र निर्गत किया जा रहा था। कुलपति ने स्वास्थ्य लाभ के बाद सोमवार को योगदान कर दिया। परिषद के छात्रों को उन्होंने आश्‍वासन दिया कि डिग्री निर्गत करने की समस्या का समाधान कर लिया गया है। जल्द ही लंबित आवेदनों के अनुसार डिग्री छात्रों को मुहैया करा दिया जाएगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने खोला है मोर्चा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने छात्रों को डिग्री मुहैया कराने के लिए आंदोलन का रूख अख्तियार कर लिया है। आए दिन मगध विवि मुख्यालय में परिषद के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन और कुलपति का पुतला दहन कर रहे हैं। इसलिए नया फॉर्मेट तैयार कराया गया है। बावजूद इसके डिग्री निर्गत नहीं हो रहा है। राजभवन के अनुसार मगध विश्‍वविद्यालय में 40 हजार से अधिक आवेदन डिग्री के लिए लंबित पड़े हैं।
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