चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा को चमकाने में जुटे समर्थक, पशुपति पारस के बिहार आगमन पर भी की चर्चा
पशुपति कुमार पारस के बिहार आगमन को लेकर भी विशेष चर्चा की गई। चिराग पासवान के समर्थकों ने अंदेशा जताया कि पारस पटना आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) से मिलकर अपने गुट के लोगों को बिहार मंत्रिमंडल में शामिल करने की सिफारिश कर सकते हैं।
संवाद सूत्र, नासरीगंज (सासाराम)। जमुई सांसद व दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (RamVilas Paswan) के इकलौते बेटे चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा को सफल बनाने में समर्थक कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पटना, नवादा समेत कई जिलों में चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा की, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने उनका समर्थन किया। साथ ही उनके चाचा पशुपति कुमार पारस पर नाराजगी जताई।
रोहतास के नासरीगंज प्रखंड के कैथी गांव में गुरुवार को आगामी 28 अगस्त को लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा की तैयारी को ले लोजपा नेता शंभू पासवान की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान में आस्था जताते हुए उन्हें पार्टी का सर्वमान्य नेता बताया। साथ ही उनकी आशीर्वाद यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया।
इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लिया। साथ ही पार्टी गतिविधि में सक्रिय भूमिका निभाने को ले एकता के साथ आगे बढ़ने की बात कही। कहा कि कुछ लोग पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी मंशा सफल नहीं होगी। पार्टी के संस्थापक दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बताए रास्ते पर चलकर चिराग पासवान के हाथों को कार्यकर्ता मजबूत करेंगें।
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में पशुपति कुमार पारस के बिहार आगमन को लेकर भी विशेष चर्चा की गई। चिराग पासवान के समर्थकों ने अंदेशा जताया कि पारस पटना आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) से मिलकर अपने गुट के लोगों को बिहार मंत्रिमंडल में शामिल करने की सिफारिश कर सकते हैं। चाचा-भतीजे में नाराजगी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में हो रही पल-पल की हलचल से चिराग पासवान के समर्थक अपडेट हो रहे हैं। तैयारी को लेकर हुई बैठक में मुकुल पाठक, विरेंद्र पासवान, अखिलेश अनाड़ी, मंटू पासवान, राकेश पासवान, हरेराम पासवान, मंजीत पासवान, भगवान पासवान, बृजनंदन पासवान, हरे कृष्णा, विमलेश पासवान समेत अन्य उपस्थित थे।