बिहार में ट्विटर पर बिक रही थी आठ साल की बच्ची की दर्दनाक कहानी, सच्चाई सामने आने पर लोग रह गए दंग
ट्विटर पर 48 घंटे से एक तस्वीर के साथ आठ साल की बच्ची पर अत्याचार की कहानी खूब बिक रही थी। कई बुद्धिजीवी भी हमदर्द बने थे। सामाजसेवी संगठन जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। लेकिन सच्चाई सामने आते ही सभी दंग रह गए। जानिए पूरी कहानी।
By Prashant KumarEdited By: Updated: Sat, 29 May 2021 07:00 AM (IST)
नवादा, जागरण संवाददाता। ट्विटर (Twitter) पर 48 घंटे से एक तस्वीर के साथ आठ साल की बच्ची पर अत्याचार की कहानी खूब बिक रही थी। कई बुद्धिजीवी हमदर्द बने थे। सामाजसेवी संगठन जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। लेकिन सच्चाई सामने आई तो सभी दंग रह गए। मामला नवादा जिले की नाबालिग लड़की की शादी को लेकर ट्विटर (Twitter) पर मचे बवाल का है। हालांकि, बाद में जांच के दौरान पूरा मामला गलत निकला। लड़की के आधार कार्ड के अनुसार वह बालिग निकली।
ट्विटर पर बाल विवाह को लेकर मचा बवाल शुक्रवार की सुबह में एक ट्विटर हैंडल पर एक आठ वर्ष की लड़की की शादी 28 साल के लड़के से होने की बात फोटो सहित शेयर की गई। कहा गया कि बिहार के नवादा की यह मार्मिक तस्वीर गरीबी व मजबूरियों को बयां कर रही है। ऐसे हालात में मां-बाप अपनी आठ साल की बेटी की शादी एक 28 साल के लड़के से करने को मजबूर हो गए। कहा गया कि आजादी के 70 साल बाद भी ऐसी तस्वीर मन को झकझोर कर रख दे रही है।
जिला प्रशासन ने गठिक कर दी जांच टीम फोटो के साथ ट्वीट आने के बाद ट्विटर पर घमासान मच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) तथा नवादा के जिलाधिकारी को टैग करते हुए पोस्ट को खूब शेयर किया गया। इसके बाद Retweet करने का सिलसिला चल पड़ा। सेलिब्रिटीज ने भी इसे अपने हैंडल पर शेयर किया। जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने संज्ञान लिया और उच्चस्तरीय टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया।
जांच टीम पहुंची वारिसलीगंजइसी दौरान अधिकारियों को जानकारी मिली कि मामला जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के एक गांव से जुड़ा है। जांच टीम में शामिल सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती, पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा, वारिसलीगंज बीडीओ, सीओ, थानाध्यक्ष गांव पहुंचे। वहां लड़की का घर बंद मिला। अधिकारियों ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि लड़की अपनी मां के साथ जमुई जिला के सिकंदरा थाना क्षेत्र के एक गांव स्थित अपने ननिहाल में रहती है। उसके पिता दिल्ली में काम करते हैं। लड़की की शादी एक-दो महीने पहले ननिहाल में हुई है। गांव के लोगों को शादी के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। ग्रामीणों ने अधिकारियों को यह भी बताया कि गांव में किसी भी नाबालिग की शादी नहीं होती है। सभी लोग इसे लेकर पूरी तरह सजग हैं।
प्रशासन ने किया चौंकाने वाला खुलासाजनसंपर्क विभाग से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, जांच में पाया गया है कि लड़की बालिग है। प्रशासन को लड़की का आधार कार्ड मिला, जिसपर उनकी जन्मतिथि एक जनवरी 2002 दर्ज है। आधार कार्ड की जांच कराई गई। इस हिसाब से लड़की बालिग है।
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