Aurangabad में विश्व प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर का पट खुला, दर्शन को उमड़ने लगी श्रद्धालुओं की भीड़
सूर्य मंदिर धार्मिक न्यास समिति के अध्यक्ष सह औरंगाबाद एसडीएम डा. प्रदीप कुमार ने कहा कि सूर्य मंदिर का पट खुलने से धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी। कहा कि आने वाले समय में पूजा अर्चना के लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से लोग यहां आते हैं।
By Prashant KumarEdited By: Updated: Fri, 27 Aug 2021 10:08 AM (IST)
संवाद सूत्र, देव (औरंगाबाद)। विश्व प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर का पट गुरुवार को सरकारी आदेश के बाद खोल दिया गया। कोरोना काल में सरकार ने धार्मिक स्थलों को बंद करने का आदेश जारी किया था। अपने नागरिकों को उस भीषण रोग से बचाने के लिए सरकार ने ऐसा किया था। अब कोरोना का असर कम होने के बाद सरकार ने धार्मिक स्थलों खोलने का आदेश जारी कर दिया।
सूर्य मंदिर न्यास समिति के द्वारा अहले सुबह से ही मंदिर के संपूर्ण भाग की साफ-सफाई करा कर पूजा-अर्चना प्रारंभ की गई। हालांकि मंदिर बंद रहने के बावजूद सुबह शाम आरती एवं पूजन निरंतर जारी रहा था। केवल श्रद्धालुओं एवं अन्य लोगों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी। पुजारी पूजा-अर्चना के बाद मंदिर का पट बंद कर अपने घर चले जाते थे।कोरोना ने मंदिर की आय को किया चौपट
कोरोना के भीषण प्रकोप के बाद कई महीने तक मंदिर बंद रहने से मंदिर की आय पर बुरा असर पड़ा है। लाखों रुपये सालाना चढ़ावा से होने वाले आय बंद होने से मंदिर प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है। हालांकि पूर्व में एकत्रित राशि से मंदिर में कार्यरत पुजारी एवं सफाई कर्मी को वेतन मिलता रहा है।
नियमानुकूल मंदिर का पट खुलने से बढ़ेंगी धार्मिक गतिविधियां : एसडीएम
सूर्य मंदिर धार्मिक न्यास समिति के अध्यक्ष सह औरंगाबाद एसडीएम डा. प्रदीप कुमार ने कहा कि सूर्य मंदिर का पट खुलने से धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी। कहा कि आने वाले समय में पूजा अर्चना के लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से लोग यहां आते हैं। पूजा अर्चना के साथ हीं वे चढ़ावे में वस्त्र फल फूल के साथ ही रुपये चढ़ाते हैं। मंदिर में आय बढऩे से विभिन्न प्रकार के धार्मिक गतिविधियों को बल मिलेगा।
मंदिर का पट खुलने से बढ़ेगी आय : सचिवन्यास समिति के कोषाध्यक्ष रामचंद्र चौरसिया ने मंदिर का पट खुलने पर प्रसन्नता जाहिर की है। कहा कि मंदिर का पट खुलने से कई महीने से बंद मंदिर का चढ़ावा के रूप में होने वाले आय एक बार फिर शुरू हो जाएगा। कहा कि मंदिर की आय से अनेक प्रकार के सामाजिक कार्यों को कराया जाता है। कोरोना काल में सभी सामाजिक व शैक्षिक गतिविधियां पूर्णत: बंद हो गई जिससे सामाजिक क्षति हुई है।
दुकानदारों में खुशीसूर्य मंदिर का पट खुलने से यहां के होटल वाले, प्रसाद विक्रेता, माली तथा अन्य दुकानदारों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है। लगभग एक वर्षों तक दुकान बंद रहने से दुकानदारों का आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय बन गई है। मंदिर का पट बंद रहने से यहां कम लोग ही आते जाते थे इस कारण उनकी दुकानदारी काफी नीचे चली गई। मंदिर का पट खुलने से उनकी आस जगी है।
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