गया में मालगाड़ी की चपेट में आने से रेलकर्मी की मौत, यूनियन ने कहा-ये शहीद हुए, तिरंगे में लपेटकर भेजा शव
गया में मालगाड़ी की चपेट में आने से रेल कर्मी की मौत हो गई। वह औरंगाबाद जिले का रहने वाला था। मौत के बाद यूनियन ने कर्मी को शहीद मानकर शव को तिरंगे में लपेट कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
संवाद सूत्र, फतेहपुर(गया)। गया-कोडरमा रेल खंड के पहाड़पुर स्टेशन के पास सिग्नल में आई खराबी को दूर करने पहुंचे कर्मी मुन्ना कुमार शनिवार रात मालगाड़ी की चपेट में आने से गंभीर रूप से जख्मी हो गए। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए सीएचसी फतेहपुर लाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने गया रेफर कर दिया। हालांकि रास्ते में बंधुआ के पास की उनकी मौत हो गई। इसके बाद उनके शव को तिरंगे से लपेट कर गंतव्य के लिए भेज दिया गया।
सिग्नल में खराबी दूर करते समय आए थे मालगाड़ी की चपेट में
जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात करीब 9.30 बजे सिग्नल में तकनीकी खराबी आने की सूचना रेलकर्मी मुन्ना कुमार को मिली। वे समस्या को दूर करने पहाड़पुर स्टेशन के स्टार्टर के पास पहुंचे। इसी दौरान गया की ओर से आ रही एनबीक्यू स्पेशल मालगाड़ी की चपेट में आ गए। मालगाड़ी के झटके से वह रेलवे ट्रैक से काफी दूर फेंका गए। गंभीर हालत में गया ले जाते समय मुन्ना ने दम तोड़ दिया। वे मूल रूप से औरंगाबाद जिले के रहने वाले थे। घटना की सूचना मिलने पर औरंगाबाद से उनके परिवार के सदस्य भी पहुंच गए थे। उनके विलाप से माहौल गमगीन हो गया। रविवार को शव का पोस्टमार्टम मगध मेडिकल अस्पताल में कर स्वजन को सौंप दिया गया।
शहीद मानकर यूनियन ने तिरंगे से लपेटा शव
पोस्टमार्टम के उपरांत उनके पार्थिव शरीर पर यूनियन के नेता ने तिरंगा झंडा लपेट कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। बताया कि कार्य के दौरान हादसे में वे शहीद हुए हैं इसलिए उनका उसी तरह से सम्मान किया गया है। घटना के बाद परिवार समेत उनके सहयोगी साथ ही पहाड़पुर स्टेशन पर कार्यरत अन्य कर्मी भी काफी दुखी देखे जा रहे हैं। रविवार की दोपहर उनके शव को पैतृक गांव के लिए तिरंगा में ढंक कर रवाना किया गया।