ग्रैंडकार्ड रेलखंड पर जल्द दौड़ेगी 160 km/hr की रफ्तार से ट्रेन, पटरी को सुधारने की तैयारी, 6975 करोड़ होंगे खर्च
दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाली ग्रैंडकार्ड रेलखंड पर जल्द ही 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन होगा। अबतक इस रेलमार्ग पर ट्रेनों का अधिकतम गति सीमा 130 किमी प्रति घंटा है। रेल यात्रा को सुगम और सुलभ बनाया जा रहा है।
By Prashant KumarEdited By: Updated: Wed, 14 Jul 2021 09:09 AM (IST)
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। दिल्ली से कोलकाता को जोड़ने वाली ग्रैंडकार्ड रेलखंड पर जल्द ही 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन होगा। अबतक इस रेलमार्ग पर ट्रेनों का अधिकतम गति सीमा 130 किमी प्रति घंटा है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि देश की प्रगति में ट्रेनों को रफ्तार देनी है। रेल यात्रा को सुगम और सुलभ बनाया जा रहा है।
‘‘मिशन रफ्तार‘‘ के तहत दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा से ट्रेनों के परिचालन के लिए ढांचागत सुधार के सभी कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। बताया कि दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग दिल्ली से यूपी, बिहार और झारखंड राज्य होते हुए पश्चिम बंगाल के हावड़ा तक जाती है। पूर्व मध्य रेल के धनबाद और पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में ग्रैंडकार्ड रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन की रफ्तार 130 से बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा करने के लिए इस रेलखंड के पटरियों को दुरुस्त किया जा रहा है।
सभी पुल पुलियों को बेहतर किया जा रहा है। इस रेलखंड की लंबाई करीब 1500 किलोमीटर है। 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति के अनुकूल बनाने के लिए ढांचागत सुधार पर करीब 6975 करोड़ की राशि खर्च की जा रही है। इसमें पूर्व मध्य रेल के धनबाद मंडल के प्रधान खांटा से पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तक 417 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग पर 2050 करोड़ रुपये की लागत से 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से रेल परिचालन हेतु उन्नयन कार्य जारी है।
चालू वित्तीय वर्ष में पूर्व मध्य रेल को इस परियोजना के मद में 408 करोड़ रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ है। इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद दिल्ली से हावड़ा की दूरी मात्र 12 घंटे में तय की जा सकेगी जिससे यात्रा समय में काफी बचत होगी । रेल यात्री परिवहन के साथ-साथ माल परिवहन में भी गति आएगी। यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य पूरा किया जाएगा साथ ही इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग तथा यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (ई.टी.सी.एस.) मानक स्थापित किए जाएंगे।
इनमें रेलवे ट्रैक का नवीनीकरण, रेल पुलों का उन्नयन, सिग्नल प्रणाली का आधुनिकीकरण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से झाझा एवं धनबाद के रेलवे ट्रैक को पहले चरण में 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति प्रदान की जा चुकी है ।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।