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ब्रिटिश राज में 120 साल पहले बना सासाराम का ये पुल हाे गया ध्‍वस्‍त, मात्र छह घंटे में ऐसा क्‍या हुआ जानें

इंडियन रेलवे की शुरुआत के बाद ब्रिटिश राज में सासाराम में पुल का निर्माण किया गया था। करीब 120 साल पहले की बात है। इस रेलखंड से तब के मुगलसराय और गया के बीच दोनों ओर से ट्रेनें गुजरती थीं।

By Prashant KumarEdited By: Updated: Fri, 28 May 2021 07:20 PM (IST)
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नए रेलवे पुल का निर्माण करवाते अधिकारी। जागरण।

जागरण संवाददाता, सासाराम। पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय-गया रेलखंड पर शुक्रवार को रेलवे अभियंताओं ने 120 वर्ष पुराने बि्रटिशकालीन लघु रेल पुल के स्थान पर नए लधु रेल पुल का निर्माण किया। रेलखंड के खुर्माबाद रोड एवं शिवसागर रोड स्टेशन की बीच स्थित इस लघु पुल को हटाते हुए उसके स्थान पर महज छह घंटे के अंदर उन्नत तकनीक का प्रयोग करते हुए नया लघु रेल पुल का पुनर्निर्माण किया गया है।

इस दौरान छह घंटे तक रेल खंड पर ट्रैफि ब्लॉक रखा गया। डीडीयू मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय ने यह जानकारी दी। बताया कि पूर्णतः संरक्षित रेल परिचालन को सुनिश्चित रखने हेतु लघु रेल पुल का पुनर्निमाण किया गया है। मंडल के अंतर्गत विभिन्न रेल अवसंरचनाओं का निरंतर विकास, उन्नयन एवं सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। इसी क्रम में ट्रैक सेफ्टी और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से डीडीयू मंडल के डीडीयू-गया रेलखंड में खुर्माबाद रोड एवं शिवसागर रोड स्टेशनों के बीच स्थित एक पुराने लघु रेल पुल संख्या -599 के स्थान पर नए लघु रेल पुल का निर्माण किया गया।

ऊपर से रेल लाइन हटाते हुए लगभग 120 वर्ष पुराने इस लघु रेल पुल के ढांचे को ध्वस्त करने के बाद नए पुल हेतु प्रीकास्ट आरसीसी बॉक्स व नए स्लैब स्थापित किए गए है। डीआरएम के अनुसार लघु रेल पुल से ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी (ईआइआर) की ईटें पुल से मिली है। रेलवे अभियंताओं के अनुसार इस कार्ययोजना एवं समन्वय के साथ इस रेल पुल के पुनर्निर्माण का कार्य मात्र छह घंटे के ट्रैफिक ब्लॉक में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इस पुल के पुनर्निर्माण कार्य के दौरान मंडल रेल प्रबंधक राजेश कुमार पांडेय, वरीय मंडल अभियंता सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारी कार्यस्थल पर उपस्थित रहे।

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