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सावधान! बिहार के इस गांव में हाहाकार, पानी का लेवल गया दो सौ फीट नीचे; आगे की सोच थर्रा रहे ग्रामीण

मई-जून का महीना पूरा बचा हुआ है लेकिन गया के शेरघाटी के चांपी पंचायत का गांव पानी की भीषण किल्‍लत का सामना कर रहा है। छोटकी चांपी टोला थेवई में पानी का जलस्‍तर घटते-घटते दो सौ फीट नीचे चला गया है। गांव में 13 लाख 95 हजार 200 रुपये की लागत से लगाया गया नल जल योजना भी धूल फांक रहा है।

By kaushlendra kumar Edited By: Arijita Sen Updated: Mon, 22 Apr 2024 03:35 PM (IST)
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नीमा गांव में सुखा कुआं दिखाते किसान बीगन यादव।
संवाद सहयोगी, शेरघाटी। बढ़ती गर्मी की तपीश के साथ गांव में पेयजल संकट गहराने लगा है। चांपी पंचायत के छोटकी चांपी टोला थेवई पर 13 लाख 95 हजार 200 रुपये की लागत से लगाया गया नल जल योजना शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। आहर के निकट लगाया गया नल जल योजना पिछले 6 माह से अधिक समय से बंद रहने की बात बताई जाती है।

चांपी टोला थेवई का बंद नल जल योजना घर

आंधी-तूफान में टंकी फटकर बर्बाद

टोला के श्यामजीत मंडल, वरुण कुमार बताते हैं कि टोले के 50 घर के लोग एक चापाकल के सहारे नहाने, धोने, खुद और जानवर को पानी पिलाने तक काम कर रहे हैं। बुजुर्ग रामस्वरूप मांझी कहते हैं कि 5 हजार लीटर क्षमता वाला पानी टंकी लगा हुआ था।

मोटर जले रहने के कारण टंकी खाली पड़ा हुआ था। लगभग 6 माह पहले अचानक तेज आंधी तूफान आया जिसमें टंकी उड़कर नीचे चला आया। जिससे टंकी फटकर बरबाद हो गया।

उसी समय से उक्त टोले का नल जल बंद है। वार्ड 3 के लोगों ने कई बार इसकी जानकारी मुखिया, वार्ड सदस्य और अधिकारियों को दिया। लेकिन योजना चालू नहीं किया गया।

चांपी टोला थेवई में पानी के लिए चापाकल पर नंबर में खड़े ग्रामीण

पानी की टंकी चालू नहीं होने से परेशानी

गांव की मानती देवी, कुंती देवी आदि महिलाओं ने कहा कि हमलोग एक साल से पानी के कि किल्लत झेल रहे हैं। बहु बेटी को खुले में जाकर बधार में स्नान करना पड़ रहा है। दूर जाकर बधार से पानी ला रहे हैं। जब कभी किसान की गाली भी सुनना पड़ रहा है।

महिलाओं ने कहा कि नेता आश्वासन दिए कि वोट दीजिए पानी टंकी चालू करवा देंगे। अब वोट भी दे दिए। लेकिन कोई पूछने वाला नहीं आ रहा है। हम लोग इंतजार ही कर रहे हैं। संभावना है इस बार फिर नेता लोग वोट लेकर धोखा देगा। ग्रामीणों ने कहा कि इससे बढ़िया था कि कम से कम दो चापाकल लग जाता तो पानी के लिए नंबर नहीं लगाना पड़ता।

नीमा गांव में सुखा कुआं

अब दो सौ फीट पर मिल रहा पानी

चांपी पंचायत के मुखिया पप्पु पासवान ने कहा कि चापाकल मरम्मती दल आया था। नीमा, जमुआईंन में तीन चापाकल बनाया गया है। लेकिन आधा दर्जन चापाकल आज भी खराब है। पीएचईडी के कनीय अभियंता से बात हुई है। पुनः दो दिन में आकर मरम्मत किए जाने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा कि नीमा वार्ड नंबर 10 का पाइप फट गया है जिसे तत्काल बदलने की जरूरत है।

मुखिया ने बताया कि पंचायत के रानीचक, मुर्गिया टाड़, संघम टांड, चांपी वार्ड 9 में दो सार्वजनिक चापाकल जलस्तर भागने से बंद हो गया है। नीमा गांव के बिगन यादव सूखे कुआं को दिखाते हुए कहते हैं कि जब से गांव में बोरिंग हुआ। सब कुआं सुख जाता है। केवल बरसात में ही पानी रहता है। कुआं रहने पर सिंचाई के साथ जानवर आदि को धोने नहाने से लेकर पानी पीने तक का काम होता था।

जल स्तर भागने से दो सौ फीट पर पानी मिल रहा है। अब बोरिंग कराने में लाखों रुपए खर्चा है। जो निजी तौर पर शायद ही कोई करा पा रहा है। इधर श्रीरामपुर पंचायत के अवधपुर टोला, भुजौल, बंदोहरी गांव में भी सार्वजनिक चापाकल मरम्मत के अभाव में बंद पड़ा है।

शेरघाटी डिविजन के पीएचईडी विभाग के कनीय अभियंता प्रवीण कुमार ने कहा कि 18 कार्यान्वयन एजेंसी मरम्मत का काम कर रही है। चांपी टोला थेवई के नल जल योजना बंद की सूचना मिली है। सोमवार को जांच कर मरम्मत कराया जाएगा। खराब पड़े चापाकल की मरम्मत की जा रही है।

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