World Environment Day: प्रकृति की पूजा तो सनातन धर्म का हिस्सा, पौधे लगाएं और उनकी रक्षा करें
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नवादा के कौआकोल में हवन यज्ञ और पौधारोपण का आयोजन किया गया। इस दौरान योग गुरु त्यागनाथ ने कहा कि पर्यावरण की पूजा तो हमारी सनातन संस्कृति का हिस्सा है। इसलिए पौधे लगाएं और उनकी सुरक्षा करें।
By Vyas ChandraEdited By: Updated: Sat, 05 Jun 2021 11:53 AM (IST)
कौआकोल (नवादा), संवाद सूत्र। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शिव पर्वत मंदिर परिसर रानीबाजार में पर्यावरण की शुद्धता के प्रति आम जनों को जागरूक करने के उद्देश्य से यज्ञ हवन एवं पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योग गुरु योगी त्याग नाथ की देखरेख में आयोजित यज्ञ हवन एवं पौधारोपण कार्यक्रम में शिव पर्वत मंदिर कमेटी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान वहां वैदिक मंत्र गूंजते रहे। यज्ञ में दी गई आहूतियाें से वातावरण सुवासीत बना रहा।
पर्यावरण की सुरक्षा का लिया संकल्प इस अवसर पर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेते हुए अग्नि कुंड में आहुतियां डाली गई। लोगों को संबोधित करते हुए योगी त्याग नाथ ने कहा कि यज्ञ का महत्व आध्यात्मिक के साथ-साथ वैज्ञानिक रूप से भी है। हवन करने से पर्यावरण शुद्ध होता है। इससे मन को शांति मिलती है। इसलिए वैदिक काल से ही यज्ञ की महत्ता रही है। सभी लोगों को यह करना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग जहां शरीर की शुद्धता के लिए जरूरी है वहीं यज्ञ पर्यावरण और मन की शुद्धता के लिए जरूरी है।
यज्ञ से स्वच्छ होता है पर्यावरण विश्व में सबसे सस्ता एवं सर्वोत्तम पर्यावरण शुद्धि का साधन यज्ञ ही है। जिससे पर्यावरण शुद्धता के साथ-साथ बीमारियां भी दूर होती है। उन्होंने कहा कि वातावरण शुद्ध होने से रोग भी कम होंगे तथा वनस्पतियां भी शुद्ध होगी। इस अवसर पर मंदिर परिसर में दर्जनों शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करने वाली औषधीय पौधों का रोपण किया गया। योगी त्याग नाथ ने कहा कि पौधे हमारे जीवन का आधार है और इसमें देवताओं का वास होता है। यही कारण है कि हिंदू संस्कृति में पौधों की भी पूजा होती है। उन्होंने लोगों से ऐसे कार्यो में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। मौके पर कमेटी के अध्यक्ष अंकित कुमार सिंह, भाजपा पूर्वी मंडल के अध्यक्ष अमित कुमार,विपिन चौरसिया,संजीव कुमार,शैलेन्द्र साव आदि मौजूद थे।
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