Move to Jagran APP

बुढ़ापे में भी लालच हावी! दहेज के लिए घर की बहू को सास-ससुर ने पीट-पीटकर पहुंचाया अस्‍पताल, बीच-बचाव में आई मां को भी मारा

गोपालगंज के विशंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मटिहनिया गांव में दहेज के लिए पीट-पीटकर उसके सास-ससुर ने उसे अस्‍पताल पहुंचा दिया है। बेटी के बचाव में मां आई तो दोनों ने उनको भी जमकर पीटा। इससे जख्‍मी मां और बेटी दोनों अस्‍पताल में एडमिट हैं। सदर अस्‍पताल में दोनों का इलाज चल रहा है। दस साल से विवाहिता यह दर्द सह रही है।

By Rajat KumarEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 15 Dec 2023 05:04 PM (IST)
Hero Image
दहेज के लिए विवाहिता को सास व ससुर ने पीटा, मां भी घायल।
जागरण संवाददाता, गोपालगंज। विशंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मटिहनिया गांव में एक विवाहिता को उसके ससुराल के लोग दहेज को लेकर गाली-गलौच करने के साथ हमेशा मारपीट करने का कार्य करते थे। ससुराल में बेटी की पिटाई की सूचना के बाद बीच-बचाव करने पहुंची उसकी मां की भी ससुराल के लोगों ने जमकर पिटाई कर दी।

शादी के बाद से दहेज के लिए बेटी से मार-पिटाई

घटना में जख्मी मां-बेटी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, सिधवलिया थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी रीना देवी ने करीब दस साल पूर्व अपनी बेटी रीतमाला देवी की शादी विशंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मटिहनिया गांव निवासी कृष्णा पटेल के साथ की थी। शादी के बाद दहेज की मांग को लेकर ससुराल के लोग हमेशा मारपीट करते थे।

विवाहिता की मां की भी कर दी कुटाई

जिसकी सूचना के बाद शुक्रवार को विवाहिता की मां अपनी बेटी की ससुराल पहुंचकर उसके सास-ससुर को समझाने में जुट गई। इस दौरान विवाहिता के सास व ससुर ने गाली-गलौच करते हुए विवाहिता की पिटाई शुरू कर दी।

बीच बचाव करने गई विवाहिता की मां रीना देवी को भी ससुराल के लोगों ने मारपीट कर घायल कर दिया। घटना के बाद जख्मी मां बेटी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच कर कार्रवाई करने में जुट गई है।

यह भी पढ़ें: PM Kisan Yojana पर आया बड़ा अपडेट! इन किसानों को लौटानी होगी सम्मान निधि की राशि, 16वीं किस्त का भी नहीं मिलेगा लाभ

यह भी पढ़ें: Bihar Mining News: इन ज‍िलों में होगा लाइमस्टोन और मैग्नेटाइट खनन, टेंडर से होगा एजेंसी का चयन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।