सुलझ गई युवती की हत्या की गुत्थी, गोपालगंल पुलिस आरोपी को हिमाचल प्रदेश से किया गिरफ्तार
Bihar Crime News बिहार के गोपालगंज जिले में 18 माह पहले हुई युवती की हत्या के मामले का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। मृतका अज्ञात युवती हिमाचल प्रदेश की रहने वाली है। पुलिस ने बताया कि युवती का यहां रहने वाले एक शादीशुदा युवक से प्रेम-प्रसंग था। युवक की पत्नी ने ही युवती की हत्या की पूरी साजिश रची थी।
By Rajat KumarEdited By: Yogesh SahuUpdated: Sat, 09 Sep 2023 07:09 PM (IST)
जागरण संवाददाता, गोपालगंज। मांझागढ़ थाना क्षेत्र के मांझागढ़ रेलवे स्टेशन के समीप करीब 18 माह पूर्व एक पेड़ के नीचे शराब पार्टी करने के बाद अपराधियों ने एक अज्ञात युवती की गला दबाकर हत्या कर दी थी।
हत्या की घटना के बाद पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से छापेमारी करते हुए वारदात में शामिल एक आरोपित को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार करने के बाद उसे शनिवार को कोर्ट में पेश कर दिया।
आरोपी मजदूरी करने गया था हिमाचल प्रदेश
इसकी जानकारी कलेक्ट्रेट परिसर में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी स्वर्ण प्रभात ने दी। उन्होंने बताया कि सारण जिले के इश्वापुर थाना क्षेत्र के गोहा गांव निवासी सावंत कुमार इश्वापुर निवासी गुड्डी कुमारी के साथ शादी करने के बाद उसे लेकर हिमाचल प्रदेश में मजदूरी करने के लिए लेकर चला गया था।वहां सावंत कुमार को एक युवती के साथ प्रेम हो गया। इसकी जानकारी होने के बाद गुड्डी कुमारी ने प्रेम-प्रसंग का विरोध करना शुरू कर दिया।हिमाचल प्रदेश की रहने वाली अज्ञात युवती को गुड्डी कुमारी अपने जाल में फंसाकर अपने साथ सारण लेकर आई गई थी।
इसके बाद सावंत कुमार व उसके दोस्त समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के खरहिया गांव निवासी गोविंद यादव हिमाचल प्रदेश की रहने वाली अज्ञात युवती को अपने साथ मांझागढ़ रेलवे स्टेशन के समीप गए थे।
यहां एक पेड़ के नीचे गला दबाकर युवती की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद पुलिस टेक्निकल सेल की मदद से मामले की जांच की।इस दौरान जांच के क्रम में हत्या में शामिल गोविंद यादव को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक मोबाइल जब्त किया गया था।पुलिस ने उसे हिमाचल प्रदेश के बद्दी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। पूछताछ करने के बाद उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया।छापेमारी टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी को एसपी स्वर्ण प्रभात ने दस हजार की नकद राशि से पुरस्कृत किया है।
छापेमारी टीम में सदर एसडीपीओ प्रांजल, सदर इंस्पेक्टर हीरालाल प्रसाद, मांझागढ़ थानाध्यक्ष दिनेश कुमार यादव व श्यामनारायण प्रसाद के साथ कई पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।यह भी पढ़ें : जाली प्रमाणपत्र वाली दो सेविकाओं की गई नौकरी, सीडीपीओ की जांच में हुआ पर्दाफाश; विभागीय कार्रवाई शुरू
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