दीपावली पर पकवान बनाना महंगा हो गया है। दीपावली में अब एक सप्ताह से भी कम समय शेष रह गया है। ऐसे में बाजारों में चहल-पहल बढ़ती जा रही है। लोग दीप-दीये से लेकर कपड़ों सहित घर में बनने वाले पकवान को लेकर खाद्य खरीदारी करने में जुटे गए हैं लेकिन इस बार हर चीज पर महंगाई की मार लोगों के उमंग और उत्साह पर भारी पड़ रही है।
By manish kumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 05 Nov 2023 05:35 PM (IST)
जागरण संवाददाता, गोपालगंज। रोशनी के त्योहार दीपावली से पहले ही महंगाई की मार पड़ने लगी है। खाद्य पदार्थ की कीमतों में दिनोंदिन होती वृद्धि से आम लोग परेशान हैं। कीमतें ऐसी कि कोई भी व्यक्ति इच्छा के अनुरूप सामान की खरीद नहीं कर पा रहा है।
पकवान बनाना हुआ मंहगा
घी-तेल से लेकर पिस्ता-बादाम पर महंगाई की मार दीपावली पर अपने घरों में किस्म-किस्म के पकवान बनाने की लोगों के मंसूबों पर भारी पड़ने लगी है। ऐसे में इस बार दीपावली पर दीये तो अपनी रोशनी बिखेरेंगे, पर पकवान का स्वाद फीकी रहेगी।
बजारों में बढ़ी चहल-पहल
दीपावली में अब एक सप्ताह से भी कम समय शेष रह गया है। ऐसे में बाजारों में चहल-पहल बढ़ती जा रही है। लोग दीप-दीये से लेकर कपड़ों सहित घर में बनने वाले पकवान को लेकर खाद्य खरीदारी करने में जुटे गए हैं, लेकिन इस बार हर चीज पर महंगाई की मार लोगों के उमंग और उत्साह पर भारी पड़ रही है।
रोजमर्रा के सामानों में भी लगी आग
महंगाई की सबसे अधिक मार खाद्य सामग्री पर पड़ी है। सब्जी से लेकर दाल, चावल, आटा-दाल की बढ़ती कीमत से लोग पहले से कराह रहे हैं। दीपावली पर बनने वाले पकवानों में लगने वाली सामग्री की कीमत लोगों के होश उड़ा रहे हैं।
दीपावली पर घरों को रोशन करने के साथ ही पकवानों का अपना ही महत्व है। इस दिन लोग किस्म-किस्म के पकवान अपने-अपने घरों में बना कर उसके स्वाद के संग दीपावली की खुशियां मनाते हैं, लेकिन इस बार महंगाई की मार ऐसी पड़ी है कि मन-मुताबिक पकवान बनाने के लोगों के मंसूबे पर पानी फिर सकता है। मैदा-सूजी से लेकर पकवान बनाने के काम आने वाली हर चीज की कीमत आसमान छू रही है।
किराना दुकानदार बताते हैं कि बढ़ी कीमत के कारण इस बार बिक्री पर काफी असर पड़ा है। लोग पकवान के लिए चीजें खरीद तो रहे हैं, लेकिन चीजें महंगी हो जाने के कारण खरीदने की मात्रा काफी कम हो गई है।
पिछले साल से खाद्य सामग्री के तुलनात्मक आंकड़े
सामग्री |
वर्तमान कीमत |
पिछले साल की कीमत |
मैदा |
30 रुपये |
26 रुपये |
सूजी |
32 रुपये |
28 रुपये |
चीनी |
42 रुपये |
40 रुपये |
रिफाइंड तेल |
145 रुपये |
140 रुपये |
देशी घी |
750 रुपये |
650 रुपये |
वनस्पति घी |
150 रुपये |
145 रुपये |
सरसों का तेल |
150 रुपये |
140 रुपये |
काजू |
800 रुपये |
650 रुपये |
मूंगफली |
140 रुपये |
120 रुपये |
बादाम |
1200 रुपये |
1000 रुपये |
(नोट: वर्तमान और पिछले साल की कीमत प्रति किलो व प्रति लीटर में है।)
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