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Gopalganj News: गोपालगंज में हड़ताल पर गए बिजली विभाग के मीटर रीडर, सरकार के सामने रख दी है बड़ी मांग

Gopalganj News बिहार के गोपालगंज में बिजली मीटर रीडर हड़ताल पर चले गए हैं। इन मीटर रीडरों के हड़ताल पर चले जाने से पूरे जिले में बिजली बिल वितरण व राजस्व वसूली कार्यों पर पूर्ण रूप से ब्रेक लग गया। संघ ने बताया कि वर्ष 2013 में बिजली कंपनी ने पूरे बिहार के पंचायतों में राजस्व वसूली व बिजली बिल वितरण के लिए रूरल रेभेन्यु फ्रेंचाइजी की तैनाती की थी।

By Mithilesh Tiwari Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sun, 17 Mar 2024 02:35 PM (IST)
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गोपालगंज में हड़ताल पर गए बिजली मीटर रीडर (जागरण)
जागरण संवाददाता, गोपालगंज। Gopalganj News: जिले के सभी 230 पंचायतों में बिजली बिल वितरण व राजस्व वसूली कार्यों में लगे एमआरसी व रूरल रेवेन्यू फ्रेंचाइजी अपनी एक सूत्री विभाग में समायोजन की मांग को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

बिहार राज्य ग्रामीण विद्युत फ्रेंचाइजी कामगार संघ के आह्वान पर मीटर रीडरों के हड़ताल पर चले जाने से पूरे जिले में बिजली बिल वितरण व राजस्व वसूली कार्यों पर पूर्ण रूप से ब्रेक लग गया। संघ ने बताया कि वर्ष 2013 में बिजली कंपनी ने पूरे बिहार के पंचायतों में राजस्व वसूली व बिजली बिल वितरण के लिए रूरल रेभेन्यु फ्रेंचाइजी की तैनाती की थी।

प्रीपेड मीटर लगाने से नाराज चल रहे मीटर रीडर

 तैनाती के बाद सभी फ्रेंचाइजी धूप, छांव, गर्मी, बरसात की परवाह किए बगैर अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वाहन किया। यहां तक कि कोरोना महामारी में भी उन्हें बिजली कंपनी ने छुट्टी दी। अब सरकार ग्रामीण इलाकों में प्रीपेड मीटर लगाने की घोषणा की है।

जिसके बाद दस वर्षों से काम कर रहे सभी मीटर रीडर बेरोजगार हो जाऐंगे। इस संबंध में बिजली मंत्री, बिजली के सभी वरीय पदाधिकारियों, मुख्यमंत्री सहित सभी संबंधित अधिकारियों को पत्राचार किया गया। इस बीच सिर्फ नौकरी की बात करने वाली सरकार ने आरआरएफ व एमआरसी के रोजगार के संबंध में कोई उचित आश्वासन नहीं दिया।

इससे पहले भी 13 फरवरी को राज्य स्तर पर धरना प्रदर्शन किया गया था। लेकिन सरकार के तरफ से मीटर रिडरों के रोजगार को लेकर कोई पहल नहीं किए जाने के बाद बाध्य होकर संघ अब अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए।

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