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संतान की लंबी आयु को माताओं ने रखा जिउतिया व्रत

पुत्र की लंबी आयु के लिए गुरुवार को माताओं ने 24 घंटे का निर्जला व्रत रहकर भगवान से आशीर्वाद मांगा। व्रत धारण करने वाली महिलाओं ने तालाब व नदियों के किनारे जाकर स्नान किया तथा कथा का भक्ति पूर्वक श्रवण किया।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 11 Sep 2020 05:15 AM (IST)
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संतान की लंबी आयु को माताओं ने रखा जिउतिया व्रत

जागरण संवाददाता, गोपालगंज : संतान की लंबी आयु के लिए गुरुवार को माताओं ने 24 घंटे का निर्जला व्रत रहकर भगवान से आशीर्वाद मांगा। व्रत धारण करने वाली महिलाओं ने तालाब व नदियों के किनारे जाकर स्नान किया तथा कथा का भक्ति पूर्वक श्रवण किया। व्रत को देखते हुए घाटों पर महिलाओं की भीड़ पूरे दिन लगी रही। शुक्रवार को व्रत धारण करने वाली माताएं अपने पूर्वजों को अन्न का अर्पण करने के बाद व्रत का पारण करेंगी।

गुरुवार की तड़के करीब तीन बजे ही महिलाओं ने व्रत रखने के पूर्व किए जाने वाले विधान को किया। व्रत के दौरान लगने वाले सामान को सजाने के बाद व्रत में निर्धारित मानक के अनुसार अन्न आदि का दान किया। व्रत रखने वाली महिलाओं के परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला ने अपने कुल की पूर्वज महिलाओं को भी इस मौके पर याद किया। व्रत को लेकर घरों में एक दिन पूर्व से ही तैयारियां चल रही थीं। दिन के दो बजे के बाद महिलाएं स्नान ध्यान करने के लिए घाटों पर पहुंच गईं तथा नदियों व तालाब में स्नान किया। इसके बाद महिलाओं ने नदी घाट पर ही जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा पूरे विधान पूर्वक सुना। इस मौके पर महिलाओं ने बरियार नामक पौधे की भी पूजा अर्चना की। कथा के अनुसार सियार व चिल्हो दोनों ने जिउतिया का व्रत रखा था। व्रत के दौरान सियार ने अन्न ग्रहण कर लिया, जिसके कारण उसके सात पुत्रों की असमय मौत हो गई। इसके बाद चिल्हो के बताए नियम के अनुसार सियार ने इस व्रत को किया और उसके सातों पुत्र जिदा हो गए। शुक्रवार की सुबह अपने पूर्वजों को अन्न व जल का दान करने के बाद महिलाएं पारण करेंगी। जिउतिया को लेकर व्रत के एक दिन पूर्व से ही दही, नया चिउड़ा, तरोई, सेव, केला, खीरा सहित पूजा के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले सामानों की कीमत काफी अधिक रही। साठ रुपये किलो बिकी तरोई

गोपालगंज : जिउतिया के दिन तरोई का काफी महत्व है। व्रत को देखते हुए शनिवार से ही इसकी कीमत अचानक बढ़ गई। बाजार में साठ रुपये प्रति किलो की दर से तरोई की बिक्री हुई। व्रत को देखते हुए तरोई के पत्तों की भी दुकानदारों ने अच्छी खासी कीमत वसूली। पर्व को लेकर एक तरोई का पत्ता दो रुपये में बिका। इनसेट

महिलाओं ने सुनी राजा जीमूत वाहन की कथा

गोपालगंज : निर्जला व्रत रखने वाली महिलाओं ने व्रत के दौरान राजा जीमूत वाहन की कथा को सुना। इस कथा के को सुनने के बाद महिलाओं ने घर में आकर जिउतिया में गांठ लगाकर उसे धारण किया। नवमी के दिन पारण के साथ इस व्रत का विधिवत समापन हो जाएगा।

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