PM Awas Yojana: सुस्ती में फंसी प्रधानमंत्री आवास योजना, 315 आवासों का निर्माण अधूरा; कहां कितना हुआ काम? देखें रिपोर्ट
PM Awas Yojana प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में आवास निर्माण का कार्य काफी धीरे-धीरे चल रहा है। ताजा आंकड़े इस बात का सबूत दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि वर्ष 2021-22 में ही 8794 आवासों का निर्माण कार्य पूरा होना था लेकिन इनमें से कई आवासों का काम अधूरा है। इसमें भी हथुआ में सबसे अधिक आवास का काम पूरा नहीं हुआ है।
By Mithilesh TiwariEdited By: Mukul KumarUpdated: Tue, 10 Oct 2023 11:30 AM (IST)
मिथिलेश तिवारी, गोपालगंज। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (ग्रामीण) सुस्ती में फंस गई है। ग्रामीण विकास विभाग के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021-22 में पूरे जिले में 8794 आवासों के निर्माण काे स्वीकृति दी गई थी।
दो साल की अवधि पूर्ण होने के बाद भी इनमें से 8479 आवासों का निर्माण कार्य ही पूर्ण हो सका है। अबतक कुल 315 आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। हद तो यह कि इनमें से आठ आवासों का निर्माण कार्य अबतक प्रारंभ तक नहीं हो सका है।
हथुआ में सबसे अधिक 63 आवासों का निर्माण अधूरा
आंकड़े बताते हैं कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक 63 आवासों का निर्माण कार्य हथुआ प्रखंड में लंबित है। इसी प्रकार सबसे कम आठ आवासों का निर्माण कार्य कटेया प्रखंड में लंबित है। ग्रामीण आवास विभाग के स्तर पर सख्ती बरते जाने के बावजूद आवासों का पूर्ण कराने में लाभुक रूचि नहीं दिखा रहे हैं।विजयीपुर में तीन आवासों का प्रारंभ नहीं हुआ निर्माण
योजना के प्रति सुस्ती का आलम यह है कि जिले के 14 में से पांच प्रखंडों में अबतक आठ आवासों का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।इनमें से विजयीपुर प्रखंड में सबसे अधिक तीन आवासों का निर्माण प्रारंभ नहीं हो सका है। इसके अलावा गोपालगंज प्रखंड में दो, हथुआ में एक, बैकुंठपुर में एक तथा कटेया प्रखंड में एक आवास का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।
पुराने लंबित आवासों को पूर्ण करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में सभी बीडीओ को दिशा-निर्देश जारी किया गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।96.51 प्रतिशत की मिली उपलब्धि
दो साल की लंबी अवधि बीतने के बाद भी जिले में 96.51 प्रतिशत आवासों का ही निर्माण कार्य पूर्ण किया जा सका है। बरौली प्रखंड में सबसे अधिक करीब आठ प्रतिशत तथा पंचदेवरी में करीब सात प्रतिशत आवासों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।कहां कितने आवासों का निर्माण अधूरा
प्रखंड | लक्ष्य | पूर्ण |
बैकुंठपुर | 422 | 401 |
बरौली | 184 | 170 |
भाेरे | 506 | 495 |
विजयीपुर | 1426 | 1391 |
गोपालगंज | 670 | 626 |
हथुआ | 2014 | 1951 |
कटेया | 315 | 307 |
कुचायकोट | 1105 | 1078 |
मांझा | 281 | 270 |
पंचदेवरी | 199 | 186 |
फुलवरिया | 448 | 438 |
सिधवलिया | 485 | 461 |
थावे | 231 | 220 |
उचकागांव | 508 | 485 |
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