Gopalganj: मुकदमा वापस लेने से मना करने पर पत्नी पर चाकू से हमला, अधमरा कर खेत में फेंका, हालत गंभीर
मीरगंज थाना के कालोपट्टी गांव में एक युवक ने भाई व भतीजे के साथ मिलकर पत्नी की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद महिला को अधमरा कर खेत में फेंक दिया। इस वक्त विवाहित का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : जिले के मीरगंज थाना के कालोपट्टी गांव में बुधवार की शाम ससुराल पहुंचे युवक ने भाई व भतीजे के साथ मिलकर पत्नी की जमकर पिटाई कर दी। साथ ही चाकू से शरीर पर कई जगह हमला कर अधमरा कर खेत में फेंक दिया।
उसे आसपास के लोगों ने हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
खेत से वापस घर लौट रही थी महिला
मीरगंज थाने के कालोपट्टी गांव के जतन बैठा की पुत्री निभा कुमारी ने बताया कि वह मां के साथ खेत में सोहनी करने गई थी। इसके बाद मायके चली गई और खेत से घास फेंकने के लिए रुक गई।
घास फेंककर वह घर लौट रही थी कि रास्ते में उसके ससुराल वाले सिवान जिले के मैरवा थाने के इमलौली गांव के उसके पति सत्येन्द्र बैठा, ससुर, भैंसुर व उनके बेटे ने उसे रोक लिया तथा पूर्व से चल रहे मुकदमा को उठाने का दबाव बनाते हुए गाली-गलौज करने लगे।
बेहोशी की हालत में मिली पीड़िता
विरोध करने पर चाकू व लाठी डंडे से हमला कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। वारदात को अंजाम देकर सभी फरार हो गए।
उधर, निभा के देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर मां खोजने के लिए खेत की ओर गई तो उसे बेहोशी की हालत में पड़ा देखा। इसके बाद उसने स्वजनों को मौके पर बुलाया और आसपास के लोगों की सहायता से इलाज के लिए लेकर अस्पताल पहुंची।
ससुरालवालों ने पीटकर भगाया
विदित हो कि निभा की शादी 21 मई 2017 को हुई थी। शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। उसे दो बच्चे हैं। महिला के अनुसार जब उसने पति के घर की एक महिला से अवैध संबंध का विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की जाने लगी। पति समेत ससुरालवालों ने पिटाई कर उसे घर से भगा दिया।
इसके बाद उसने 18 अगस्त 2021 को मैरवा थाने में पति समेत ससुरालवालों के विरुद्ध दहेज प्रताड़ना व अवैध संबंध का विरोध करने का आरोप लगाकर प्राथमिकी कराई। पुलिस ने पति समेत अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। मुकदमा करने के बाद महिला मायके में ही रहने लगी।