Aadhaar for child : बिहार में बच्चों का आधार कार्ड बनवाने में छूट रहे पसीने, एक लापरवाही अब पड़ रही भारी
Bihar News आधार केंद्रों पर बच्चों और अभिभावकों की भीड़ जुट रही है। दरअसल सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों काे ई शिक्षाकोष पोर्टल पर स्टूडेंट प्रोफाइल अपलोड करने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है। अगर इस प्रक्रिया को नहीं पूरी करेंगे तो नामांकित बच्चों को ई शिक्षा पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं होगा। ऐसी स्थिति में सभी सरकारी सुविधाएं बंद हो सकती है
जागरण संवाददाता, अरवल। Bihar News: अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने में इन दिनों अभिभावकों के पसीने छूट रहे हैं। आधार केंद्रों पर सुबह से शाम तक बच्चों और अभिभावकों की भीड़ जुट रही है। दरअसल, सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों काे ई शिक्षाकोष पोर्टल पर स्टूडेंट प्रोफाइल अपलोड करने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके बिना नामांकित बच्चों को ई शिक्षा पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं होगा, ऐसी स्थिति में बच्चों को स्कूल की ओर से मिलने वाली सभी सरकारी सुविधाएं बंद हो सकती है, नाम भी काटा जा सकता है। अधिकतर बच्चों के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है।
जिला मुख्यालय में बैंकों के अलावा प्रखंड परिसर और समाहरणालय में आधार केंद्र बनाया गया है, जहां आधार कार्ड बनाने के लिए बड़ी संख्या में बच्चे और अभिभावक पहुंच रहे हैं। कई ऐसे बच्चे हैं जिनका मैनुअल तरीके से जन्म प्रमाणपत्र बना है, जबकि आधार केंद्रों पर आधार कार्ड बनवाने के लिए मैनुअल जन्म प्रमाण पत्र की जगह डिजिटल की मांग की जा रही है।
ऐसी स्थिति में उनका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। उन्हें निराश होकर लौटना पड़ रहा है। आधार कार्ड बनवाने आए मुगिला गांव के अमित कुमार, अभिषेक कुमार, बारा गांव के अशोक कुमार ने बताया कि भीषण गर्मी में पिछले चार दिनों से बच्चों के साथ आधार सेंटर का चक्कर काट रहे हैं।
अत्यधिक भीड़ और डिजिटल जन्म प्रमाण पत्र मांगे जाने से बिना आधार कार्ड बनवाए ही घर वापस लौटना पड़ रहा है। इस तरह की समस्या जिले में हजारों बच्चों के साथ है। ऐसे अभिभावक व बच्चे प्रखंड कार्यालय, बैक और समाहरणालय का चक्कर काट रहे हैं।
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