अब बिहार में घर बैठे भी जमीन का निबंधन फाइल कर सकते हैं। बिहार सरकार ने एक नई सेवा शुरू कर दी है। फिर 15 दिनों तक नई व्यवस्था को ट्रायल पर रखा गया है। इसके बाद सभी जिलों में इसे बाध्य कर दिया जाएगा। दरअसल सरकार ने जमीन की रजिस्ट्री में पारदर्शिता लाने के लिए सॉफ्टवेयर के माध्यम से निबंधन की प्रक्रिया शुरू की है।
जागरण संवाददाता, जहानाबाद।
सरकार जमीन निबंधन में पारदर्शिता को लेकर नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू की है। हालांकि, अभी ट्रायल के रूप में कार्य किया जा रहा है। 15 दिन ट्रायल के बाद सरलता रूप से रजिस्ट्री होने पर ही यह पूरे प्रदेश में लागू की जाएगी।
जहानाबाद निबंधन कार्यालय में बुधवार तक नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से 25 जमीन का दस्तावेज तैयार किए गए हैं। समस्या समाधान के लिए जिले में सॉफ्टवेयर के अभियंता कैंप कर रहे हैं।
नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से क्रेता एवं विक्रेता घर बैठे ही जमीन से संबंधित डाटा नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से तैयार कर सकते हैं। नए सॉफ्टवेयर में डाटा तैयार होते ही क्रेता एवं विक्रेता को जमीन खरीद बिक्री के लिए समय एवं तारीख स्वत: जनरेट हो जाता है।
निर्धारित समय पर निबंधन कार्यालय पहुंच फोटो कैपचरिंग कर जमीन की खरीद बिक्री की प्रक्रिया समाप्त हो जाती है। लोगों की सहायता के लिए निबंधन कार्यालय में सहायता केंद्र का भी निर्माण किया गया है। सहायता केंद्र के माध्यम से समस्या का समाधान किया जा सकता है।
नए सॉफ्टवेयर से जमीन रजिस्ट्री होने में समय की भी बचत होगी। मात्र पांच से 10 मिनट में जमीन रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण हो जाएगा।
नए सॉफ्टवेयर में जरूरी जानकारी भी मौजूद
नए सॉफ्टवेयर पर जमीन का सर्किल रेट और निबंधन कार्यालय द्वारा लिए जाने वाले शुल्क और स्टांप ड्यूटी के जानकारी भी है।
बेसिक जानकारी के साथ दस्तावेज अपलोड करते ही सॉफ्टवेयर के माध्यम से मॉडल डीड बनकर तैयार हो जाएगी।
विवादित जमीन की भी मिलेगी जानकारी
जमीन की खरीद-बिक्र पर सरकारी रोक है या नहीं, इसकी जानकारी भी ऑनलाइन है। अभी इसके लिए निबंधन कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। कातिब, वकील या कर्मियों की पैरवी करनी पड़ती है। अब इससे मुक्ति मिलेगी।
जानिए क्या है नई प्रक्रिया
नए सॉफ्टवेयर पर आवेदन करते ही चालान की राशि जेनरेट हो जाएगी। इस राशि को बैंक में जमा कर रसीद अपलोड करनी है। इसके बाद रजिस्ट्री कराने के लिए तारीख और समय मिलेगा।
तय समय पर कार्यालय पहुंच खरीदार और विक्रेता के आधार कार्ड और अंगूठे के निशान का मिलान होगा। खरीदार और विक्रेता सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते ही खरीद-बिक्री की कार्रवाई पूरी हो जाएगी।
नए सॉफ्टवेयर पर काम शुरू है। सॉफ्टवेयर पर आवेदन करने में मदद के लिए निबंध कार्यालय में हेल्प लाइन काउंटर बना है। ऑनलाइन आवेदन की निःशुल्क सुविधा है। नए सॉफ्टवेयर के माध्यम से कम समय में ही जमीन रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण हो जाएगा। नए सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए निबंधन ई-फीलिंग पर क्लिक कर आगे की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।-
ऋषि कुमार सिन्हा,
निबंधन पदाधिकारी
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