Move to Jagran APP

अरवल के श्रम अधिकारी की स्कॉर्पियो ने तीन लोगों को रौंदा, दो की मौत; ग्रामीणों में गुस्सा

अरवल के श्रम अधिकारी की स्कॉर्पियो ने जहानाबाद में तीन लोगों को रौंद दिया जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद ग्रामीणों ने श्रम अधिकारी और चालक को बंधक बना लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को मुक्त कराया। मृतकों में छोटकी चैनपुरा की हेमंती देवी और करण कुमार शामिल हैं।

By Dheeraj kumarEdited By: Rajat Mourya Updated: Fri, 20 Sep 2024 04:42 PM (IST)
Hero Image
बंधक बने स्कॉर्पियो चालक को छुड़ाने पहुंची पुलिस। जागरण
जागरण संवाददाता, जहानाबाद। अरवल के श्रम अधिकारी की स्कॉर्पियो ने शुक्रवार को जहानाबाद में तीन लोगों को रौंद दिया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। यह हादसा परसबिगहा थाना क्षेत्र के बभना-शकुराबाद मुख्य मार्ग पर आलमपुर-छोटकी चैनपुर के बीच हुआ।

घटना से उग्र लोगों ने श्रम अधिकारी प्रवीण कुमार व चालक धर्मेंद्र कुमार को बंधक बना लिया। चालक को रस्सी से तार के पेड़ में बांध दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर श्रम अधिकारी व चालक को मुक्त कराया।

मृतकों में छोटकी चैनपुरा की हेमंती देवी व करण कुमार शामिल हैं। घायल की पहचान छोटकी चैनपुरा के ही विक्रम मांझी के रूप में की गई। पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर लिया है।

श्रम अधिकारी प्रवीण कुमार जहानाबाद से कुर्था प्रखंड होते हुए अरवल जा रहे थे। आलमपुर गांव के पास सड़क पर अचानक एक बकरी आ गई, जिसे बचाने में चालक ने संतुलन खो दिया और सामने से आते बाइक सवार दो युवकों विक्रम मांझी व करण कुमार को रौंद दिया।

डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी

पकड़े जाने के भय से चालक धर्मेंद्र कुमार ने स्कॉर्पियो की रफ्तार बढ़ा दी, तेज रफ्तार के कारण गाड़ी कुछ दूर आगे बढ़ने पर छोटकी चैनपुरा के पास पुन: असंतुलित होकर बिजली के खंभे से टकराते हुए वहां खड़ी हेमंती देवी को रौंद दिया। यह देख छोटकी चैनपुरा के ग्रामीण दौड़े और चालक व श्रम पदाधिकारी को अपने घेरे में ले लिया। डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी।

आक्रोशित लोगों को कहना था कि जब तक सभी पीड़ित परिवारों को मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक गाड़ी और चालक को नहीं छोड़ेंगे। सूचना पर परस बिगहा व शकुराबाद थानाध्यक्ष दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली। आश्वासन के बाद पुलिस ने दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया। इसके बाद तीनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शकुराबाद में भर्ती कराया। वहां से तीनों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

वहां से करण कुमार को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां पहुंचने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुछ समय बाद यहां सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हेमंती देवी की भी मौत हो गई। घटना की सूचना से पीड़ित स्वजनों में कोहराम मच गया। परस बिगहा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि मामले में आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ये भी पढ़ें- 'तुम पति को टेंशन काहे देती हो, हमें को-ऑपरेट करो...'; महिला का दारोगा पर गंभीर आरोप; सामने आया ऑडियो

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।