बिहार की शिक्षिका श्वेता ने किया गजब खेल : संतोष मेहता बनकर सात साल से कर रही थी नौकरी, मामला हुआ उजागर तो...
बिहार की एक शिक्षिका गजब कहानी जमुई में पुरुष के अंकपत्र पर सात साल तक नौकरी करती रही शिक्षिका श्वेता। मैट्रिक का अंक पत्र में हेरफेर कर उसने अंकपत्र जमा करवाया था। चंद्रमंडी पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
By Jagran NewsEdited By: Dilip Kumar shuklaUpdated: Fri, 28 Oct 2022 05:49 PM (IST)
संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई)। बिहार की एक शिक्षिका की गजब कहानी : निगरानी विभाग द्वारा कराए गए जांच में प्रखंड के नावाडीह सिलफरी पंचायत के प्राथमिक विद्यालय जीमतपुर में कार्यरत महिला शिक्षक श्वेता कुमारी पिता नरेंद्र सिंह पति शंकर चौधरी ग्राम बहादुर नगर पोस्ट कुतुलपुर थाना मुफ्फसिल जिला मुंगेर का सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया है। सर्टिफिकेट फर्जी पाए जाने के बाद निगरानी विभाग के आदेश के आलोक में चंद्रमंडीह पुलिस ने कांड संख्या 174/22 दर्ज कर लिया है और मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। निगरानी विभाग की इस कार्रवाई से प्रखंड के फर्जी शिक्षकों में हड़कंप है।
चंद्रमंडीह थानाध्यक्ष को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए निगरानी विभाग को उक्त महिला शिक्षक के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक अंक-पत्रों एवं प्रमाण-पत्रों की जांच के लिए जिला स्तर पर पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इसके बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा उपलब्ध कराए गए फोल्डर के अवलोकन से पाया गया कि पंचायत महिला शिक्षक श्वेता कुमारी का नियोजन वर्ष 2014 में पंचायत शिक्षक के रूप में हुआ है। उक्त महिला शिक्षक द्वारा उच्च न्यायालय पटना द्वारा निर्धारित एमनिस्ट पीरियड में त्याग-पत्र समर्पित नहीं किया गया है। नियोजित पंचायत महिला शिक्षक श्वेता ने वर्ष 2014 में शिक्षक नियोजन के लिए नियोजित इकाई ग्राम पंचायत इकाई में कक्षा एक से पांच तक के लिए आवेदन किया था। इनका नियोजन मैट्रिक के अंक-पत्र के आधार पर पंचायत शिक्षक के रूप में हुआ है।
महिला शिक्षक श्वेता का मैट्रिक का अंक-पत्र रोल कोड 04207, रोल नंबर 0177, वर्ष 2001, प्राप्तांक 351, श्रेणी द्वितीय को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना सत्यापन के लिए भेजा गया। सत्यापन में पाया गया कि श्वेता का मैट्रिक का अंक-पत्र संतोष मेहता, पिता महेश्वर मेहता, रोल कोड 4207, रोल नंबर 0177, वर्ष 2001, प्राप्तांक 370, श्रेणी द्वितीय दर्ज है। इस प्रकार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा अपने प्रतिवेदन में उक्त अंक-पत्र को फर्जी बताया गया है। चंद्रमंडी थाना अध्यक्ष वीरभद्र सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और महिला शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
- जांच में निगरानी ने पकड़ा चंद्रमंडीह थाने में दर्ज किया गया केस
- मुंगेर जिले के बहादुर नगर की रहने वाली है श्वेता
नियोजन में शामिल कई लोग निगरानी के रडार पर
श्वेता के नियोजन में शामिल कई लोग निगरानी के रडार पर हैं। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के जांचकर्ता विकास कुमार श्रीवास्तव ने आवेदन में कहा है कि उक्त महिला शिक्षक द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलीभगत कर उक्त अंक-पत्र की कूट रचना कर कूट रचित अंक-पत्र को असली के रूप में प्रयोग कर धोखाधड़ी से आपराधिक षड्यंत्र कर अवैध रूप से नियोजन में लाभ प्राप्त कर सरकार के साथ धोखाधड़ी की गई है जो एक संज्ञेय अपराध है। इस अवैध नियोजन में शामिल अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध अनुसंधान की जरूरत है। निगरानी के निर्देश के बाद चंद्रमंडीह पुलिस केस दर्ज कर अनुसंधान में जुट गई है।
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