Move to Jagran APP

बीज के अभाव में रबी की रोपाई हो रही है प्रभावित, किसान परेशान

जमुई। चकाई प्रखंड में किसानों को विभाग द्वारा रबी फसल लगाने के लिए अब तक बीज उपलब्ध नहीं क

By JagranEdited By: Updated: Sun, 24 Nov 2019 04:58 PM (IST)
Hero Image
बीज के अभाव में रबी की रोपाई हो रही है प्रभावित, किसान परेशान

जमुई। चकाई प्रखंड में किसानों को विभाग द्वारा रबी फसल लगाने के लिए अब तक बीज उपलब्ध नहीं कराए जाने से रबी की फसल बुआई पूरी तरह प्रभावित होकर रह गई है। परिणामस्वरूप अन्नदाता खेत तैयार कर बीज मिलने का इंतजार कर रहे हैं। किसान प्रमोद यादव, दौलत यादव, नागो वर्मा, श्यामसुंदर राय, बालेश्वर दास, विशुनदेव पासवान, कार्तिक पासवान, घनश्याम यादव, चन्द्रशेखर दास, संजय कुमार, सुधीर पासवान, कामेश्वर दास, नरेश यादव, राकेश वर्णवाल, बबलू कुमार, गणेश दास, नुनेश्वर यादव, जयप्रकाश राय, अब्दुल रउफ, सीताराम राय समेत दर्जनों किसानों ने कहा है रबी फसल लगाने के लिए प्रखंड के हजारों किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। आवेदन के आलोक में सरकार ने गोदाम में बीज भी उपलब्ध करा दिया है। इधर, बीज गोदाम में आ जाने की सूचना पाकर किसान रबी फसल लगाने के लिए खेत की जोताई कर बीज के इंतजार में बैठे हुए हैं लेकिन किसानों के मोबाइल में ऑनलाइन का ओटीपी नंबर नहीं आने के कारण अब तक किसानों को बीज नहीं मिल पाया है। जिससे किसानों की परेशानी बढ़ी हुई है।

कृषि विभाग की वेबसाइट का सर्वर स्लो रहने से ओटीपी नहीं आ रहा है। किसानों ने बताया कि धीरे-धीरे खेत से नमी गायब हो रही है। अगर खेत से नमी गायब हो गई तो बाद में बीज मिलने से कोई फायदा नहीं होगा। किसानों ने बताया कि प्रखंड कृषि कार्यालय द्वारा कहा जा रहा है कि जब तक मोबाइल में ओटीपी नंबर नहीं आएगा तब तक बीज का वितरण संभव नहीं है। इधर, किसान बीज मिलने की आस में टकटकी लगाए बैठे हुए हैं और प्रतिदिन कृषि कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। पिछले दिनों किसानों को बीज दिलाने को लेकर राजद नेता बालेश्वर दास ने कृषि पदाधिकारी को आवेदन भी दिया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

कोट

ओटीपी नंबर नहीं आने से बीज वितरण नहीं हो पा रहा है। वरीय पदाधिकारियों को जानकारी दी गई है कि कोई वैकल्पिक इंतजाम कर बीज वितरण कराया जाए। निर्देश मिलते ही बीज वितरण किया जाएगा।

- अशोक कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, चकाई।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।