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Jamui News: जमुई में भारी मात्रा में कैश और अवैध दवाइयां बरामद, आयकर विभाग तक भी पहुंचा मामला

जमुई में पुलिस ने शुक्रवार को एक आटो में भारी मात्रा में अवैध दवाइयां और नकदी बरामद की है। पुलिस को एक बक्से से 29 लाख 67 हजार 497 रुपये मिले हैं। इतनी बड़ी राशि मिलने पर आयकर विभाग की टीम भी मामले की जांच में जुट गई है। चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है जिनमें से एक को झारखंड के गिरिडीह से पकड़ा गया है।

By Jagran News Edited By: Mukul Kumar Updated: Sat, 17 Aug 2024 09:12 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

संवाद सूत्र, सोनो (जमुई)। जमुई में सोनो-चकाई मार्ग (एनएच 333) स्थित बटिया बाजार से पुलिस ने अवैध दवाइयां सहित भारी मात्रा में कैश बरामद की है।

इस मामले में झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि एसपी डॉ. शौर्य सुमन को सूचना मिली थी कि झारखंड से चकाई की ओर से एक वाहन से अवैध दवाइयां लाई जा रही हैं।

सूचना के आधार पर एसडीपीओ झाझा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया तथा एनएच 333 पर बटिया बाजार में चकाई की ओर से आने वाले सभी वाहनों की जांच शुरू की गई। इसी दौरान एक ऑटो पर सवार तीन व्यक्ति को जांच के लिए रोका गया। ऑटो पर प्लास्टिक के बोरे में सामान रखा था।

संदेह होने पर हुई पूछताछ

संदेह होने पर पूछताछ की गई तो उपरोक्त तीनों व्यक्ति द्वारा बोरे में रखे सामान के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। ऑटो पर सवार तीनों व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाना लाया गया। ऑटो पर रखे बोरे में भारी मात्रा में अंग्रेजी दवाइयां थी। साथ ही बोरे के अंदर रखे बक्से में काफी मात्रा में नकदी थी।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी सूचना ड्रग इंस्पेक्टर व आयकर विभाग को दी। शनिवार को जांच में बक्से से 29 लाख 67 हजार 497 रुपये बरामद हुए। एसडीपीओ का कहना है कि पुलिस व संबंधित विभाग अभी मामले की जांच कर रही है।

जेल में बंद एक बंदी की इलाज के दौरान पटना में मौत

14 अगस्त से शराब मामले में जमुई जेल में बंद एक बंदी की शुक्रवार को तबियत बिगड़ने के बाद उसे सदर अस्पताल से पीएमसीएच पटना ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई।

उसके बाद बंदी के शव का पीएमसीएच पटना में पोस्टमार्टम कराया गया। फिर शव को स्वजन लेकर जमुई के लिए रवाना हुए। मृतक बंदी की पहचान ख़ैरा प्रखंड के नवडीहा मुसहरी निवासी भरोसी मांझी के पुत्र टीपू मांझी के रूप में हुई है।

स्वजन ने बताया कि शराब मामले में पुलिस ने टीपू मांझी को गिरफ्तार कर 14 अगस्त को जेल भेजा था। उसके बाद सबकुछ ठीक-ठाक था। शुक्रवार को अचानक टीपू मांझी को सांस लेने में परेशानी होने लगी और तबीयत बिगड़ गई। उसके बाद जेल के सुरक्षा कर्मियों द्वारा उसे सदर अस्पताल लाया गया।

उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डाक्टर ने बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया। पीएमसीएच पटना में इलाज के दौरान टीपू मांझी की मौत हो गई। टीपू मांझी की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है।

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