Jamui News: जमीन निगल गई या आसमान खा गया? चौथे दिन भी लापता शिक्षक का नहीं मिला कोई सुराग, पुलिस के हाथ खाली
जमुई से सिमुलतला से लापता हुए शिक्षक की चार दिन बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस पिछले चार दिनों से शिक्षक की तलाश में जुटी है लेकिन हाथ अभी तक खाली हैं। इन चार दिनों में रफाकत के घर चूल्हा तक नहीं जला है। परिवार के लोग उनकी सकुशल वापसी की राह देख रहे हैं। क्षेत्र के लोगों में चर्चा है कि आखिर शिक्षक को हुआ क्या?
By Sanjay Kumar SinghEdited By: Rajat MouryaUpdated: Thu, 07 Dec 2023 05:14 PM (IST)
संवाद सूत्र, सिमुलतला (जमुई)। पुलिस पूरी तत्परता से लापता शिक्षक रफाकत हुसैन की तलाश में जुटी है, लेकिन चार दिन बीतने के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चल सका है। ऐसे में स्वजन की चिंता समय बीतने के साथ बढ़ती जा रही है। इन चार दिनों में रफाकत के घर चूल्हा तक नहीं जला है। परिवार के लोग उनकी सकुशल वापसी की राह देख रहे हैं।
बेलहर (बांका) एसडीपीओ राजकिशोर कुमार ने बताया कि पुलिस शिक्षक रफाकत के लापता होने के अलावा अन्य बिंदुओं पर भी गहनतापूर्वक जांच कर रही है। पीड़ित स्वजनों ने किसी प्रकार की फिरौती मांगें जाने की जानकारी पुलिस को नहीं दी है।
विदित हो की सिमुलतला थाना क्षेत्र के टेलवा पंचायत के नवीन प्राथमिक विद्यालय लेटवा के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो. रफाकत हुसैन बीते सोमवार की सुबह अपने पैतृक आवास बांका जिले के आनंदपुर भैरोगंज ओपी अंतर्गत कुरूमटांड़ गांव से विद्यालय आने के दौरान रास्ते से ही बाइक के साथ लापता हैं।
पीड़ित स्वजनों ने मामले की लिखित शिकायत आनंदपुर ओपी के साथ सिमुलतला थाना में भी की है। आनंदपुर ओपी में केस दर्ज कर पुलिस पूरी तत्परता के साथ रफाकत की सकुशल बरामदगी में जुटी है, लेकिन चार दिन बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं लगी है। इधर, सिमुलतला थानाध्यक्ष मुकेश कुमार केहरी के नेतृत्व में आपराधिक प्रवृति के लोगों की सूची बनाकर लगातार दबिश जी जा रही है।
रफाकत को जमीन निगल गई या आसमान
शिक्षक मो. रफाकत हुसैन के लापता हुए चार दिनों का समय बीत चुका है, लेकिन पुलिस के हाथ आज भी खाली हैं। क्षेत्र के लोगों में चर्चा है कि आखिर शिक्षक को हुआ क्या? जमीन निगल गई या फिर आसमान में कहीं खो गया। आश्चर्य की बात है कि लापता शिक्षक का बाइक की भी कोई जानकारी पुलिस को अब तक नहीं मिल पाई है। पुलिस अपहरण की घटना से इनकार कर रही है।पिता तस्लीम अंसारी, भाई फुरकान हुसैन से बात करने पर बताया कि कहीं से कोई धमकी या फिर फिरौती आदि की मांग नहीं की गई है। स्वजनों के साथ क्षेत्र के शिक्षकों के चेहरे पर भय की लकीर स्पष्ट देखी जा सकती हैं। कई शिक्षकों ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि रफाकत के लापता होने के बाद से स्कूल आने- जाने में भय लग रहा है, लेकिन पाठक बाबा का डर स्कूल आने को मजबूर करता है।
रफाकत की पहचान एक अच्छे शिक्षक के रूप में क्षेत्र में रही है। वे सिर्फ अपने काम से मतलब रखते हैं। किसी से उसकी कोई दुश्मनी नहीं थी। पारिवारिक बैक ग्राउंड को देखें तो उनके पिता तस्मीम अंसारी की पहचान एक समाजसेवी की रही है। वे दो दफा पंचायत समिति का चुनाव लड़े और जीत भी दर्ज की। बीते पंचायत चुनाव में वे मुखिया प्रत्याशी रहे थे। क्षेत्र की राजनीति गलियारों में भी उनकी मजबूत पकड़ है। ऐसी स्थिति में छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखने की भी आवश्यकता है।
ये भी पढ़ें- Bihar Crime: घर में अकेली 13 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म की कोशिश कर रहा था युवक, इसी बीच पहुंच गई मां, फिर...ये भी पढ़ें- Gopalganj News: जमीन पर जबरन कब्जा करने का विरोध करने पर मां-बेटे को लाठी-डंडे से पीटा
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।