बड़े स्टेशनों की तरह ही दिखेगा जमुई स्टेशन, रेलवे ने जारी की भवन की मॉडल फोटो; मिलेंगी क्या सुविधाएं?
Jamui Station पीएम नरेंन्द्र मोदी विडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जमुई समेत 13 स्टेशनों के लिए पुनर्विकास के कार्यों का शिलान्यास करेंगे। रेलवे ने जमुई स्टेशन के प्रस्तावित भवन के मॉडल का फोटो भी जारी किया है। फिलहाल जमुई स्टेशन के यात्री सुविधा की कमी के साथ ही पार्किंग समस्या पर्याप्त शेड की अनुपलब्धता प्लेटफॉर्म की लंबाई आदि समस्या से जूझ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, जमुई: अमृत भारत स्टेशन योजना की संजीवनी से जमुई स्टेशन की सूरत बदल जाएगी। जमुई स्टेशन के इतिहास में रविवार को एक और अध्याय जुड़ जाएगा।
पीएम नरेंन्द्र मोदी विडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दानापुर मंडल के 13 स्टेशनों के लिए पुनर्विकास के कार्यों का शिलान्यास करेंगे। इन चयनित स्टेशनों में जमुई का नाम भी शामिल है।
यहां लगभग 23.36 करोड़ की लागत से विकास की रेखा खींची जाएगी। रेलवे ने जमुई स्टेशन के प्रस्तावित भवन के मॉडल का फोटो भी जारी किया है। इसमें स्टेशन का कायाकल्प होता दिख रहा है। प्रस्तावित मॉडल में जमुई स्टेशन का भवन बड़े स्टेशनों की तरह दिख रहा है।
अमृत भारत स्टेशन योजना
बताया जाता है कि स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए नई नीति तैयार की गई है। अमृत भारत स्टेशन योजना में दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निरंतरता के आधार पर स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गई है।
दानापुर डिवीजन के पीआरओ पृथ्वीराज ने जानकारी दी कि इन स्टेशनों पर भविष्य में यात्रियों की सुविधा, सुगमता व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार स्टेशन भवन, प्रवेश एवं निकास द्वार और 12 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज से संबंधित विकास कार्य किया जाए जाएगा।
इसके अलावा, इन स्टेशनों पर लिफ्ट और एक्सलेटर, कॉनकोर्स, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, पार्किंग, दिव्यांगजनों के लिए सुविधा, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता व्यवस्था, पहुंच पथ, संकेत एवं निर्देश बोर्ड, ट्रेन डिस्प्ले और उद्घोषणा प्रणाली समेत सुंदरीकरण आदि से संबंधित विकास कार्य किए जाने हैं।
जमुई स्टेशन के यात्रियों को होती है क्या परेशानी?
इससे संबंधित संविदा स्वीकृत हो चुकी है तथा शिलान्यास होते ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा। बता दें कि फिलहाल जमुई स्टेशन के यात्री सुविधा की कमी के साथ ही पार्किंग समस्या, पर्याप्त शेड की अनुपलब्धता, प्लेटफॉर्म की लंबाई आदि समस्या से जूझ रहे हैं।