Move to Jagran APP

बिहार के शेक्सपियर को ढूंढ रहे लाखों छात्र-छात्राएं, 33 हजार 33 हजार स्कूलों से वापस होगा ये पोस्टर

बिहार के शेक्सपियर को प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राएं खोज रहे हैं। दरअसल बिहार के विद्यालयों में भिखारी ठाकुर की गलत जानकारी शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। इस संबंध में अधिकारियों ने गलती सुधार की बात भी कही है। पढ़ें ये रिपोर्ट...

By Sanjay Kumar SinghEdited By: Shivam BajpaiUpdated: Sun, 13 Nov 2022 07:30 PM (IST)
Hero Image
बिहार के शेक्सपियर- बिहार के शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई गलत जानकारी।
आशुतोष सिंह, जमुई: बिहार के प्राथमिक तथा मध्य विद्यालयों में नामांकित लाखों छात्र- छात्राएं बिहार के शेक्सपियर (भिखारी ठाकुर) को ढूंढ रहे हैं। बिहार के विद्यालयों में भिखारी ठाकुर की गलत जानकारी शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। सूबे के 33 हजार विद्यालयों में बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा बच्चों के पठन-पाठन के लिए एफएलएल योजना के तहत प्रत्येक विद्यालयों को उपलब्ध कराया गया है, जिसमें बिहार के महान व्यक्ति के बारे में जानकारी बच्चों तक पहुंचाने के लिए लाखों की संख्या में पोस्टर और कैलेंडर उपलब्ध कराए गए हैं। इन पोस्टरों तथा कैलेंडर में बिहार के 16 विभूतियों की तस्वीर और जानकारी प्रकाशित की गई है।

आर्यभट्ट, अशोक महान, सर गणेश दत्त सिंह, श्रीकृष्ण सिंह, रामधारी सिंह दिनकर सहित बिहार के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के नाम भी शामिल हैं। परंतु इस पोस्टर में भिखारी ठाकुर की गलत तस्वीर प्रकाशित कर दी गई है। जिस कारण शिक्षा विभाग द्वारा इन लाखों पोस्टरों को पुनः विद्यालयों से वापस करने संबंधी निर्देश सभी जिलों को जारी किए गए हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में जमुई के 1705 विद्यालयों से भी इन पोस्टरों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। टीएलएम के पोस्टर में भिखारी ठाकुर के स्थान पर एक वृद्ध व्यक्ति की तस्वीर प्रकाशित होने के कारण लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं।

क्या बोले अधिकारी 

जमुई के जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिल देव ने कहा कि टीएलएम मटेरियल में भिखारी ठाकुर की गलत तस्वीर प्रकाशित होने का मामला संज्ञान में आया है। विभाग से निर्देश प्राप्त हो जाने के बाद जिले के सभी विद्यालयों से उन पोस्टरों को वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित रूप से निर्देश दिया गया है कि यथाशीघ्र सभी गलत प्रकाशित पोस्टरों को एकत्रित कर शिक्षा विभाग को वापस कर दें।

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक असंगबा घुसा ने बताया कि एप्पल एंड मेटेरियल के तहत विद्यालयों में जो स्कूल को उपलब्ध कराया गया है, उसमें बिहार के महान व्यक्ति में स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के चित्र के स्थान पर किसी अन्य वृद्ध व्यक्ति का चित्र प्रदर्शित किए जाने का मामला संज्ञान में आया है। इस कारण सभी विद्यालयों से बिहार के महान व्यक्ति का पोस्टर वापस ले लेने का निर्देश सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।