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Howrah Patna Rail Line: हावड़ा-पटना रेलमार्ग पर अब 130 की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेनें, रेलवे ने कर दिया इंतजाम

हावड़ा-पटना रेलमार्ग पर अब ट्रेनें 130 की रफ्तार से दौड़ेंगी। रेलवे ने इसका पूरा इंतजाम कर लिया है। रेलवे की इस उपलब्धि से यात्रियों के समय की काफी हद तक बचत होगी। रेलवे ने ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए पटरियों को दुरुस्त किया गया है। इसी के साथ रेलवे ने पटरियों का वजन भी बढ़ा दिया है। अब पटना से हावड़ा के बीच ट्रेन की रफ्तार 130 हो जाएगी।

By Sanjay Kumar Singh Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 25 Jun 2024 06:07 PM (IST)
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हावड़ा-पटना रेलमार्ग पर अब 130 की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेनें

संदीप कुमार सिंह, सिमुलतला (जमुई)। पूर्व रेलवे कोलकाता के आसनसोल मंडल के सीतारामपुर-झाझा रेलखंड के बीच ट्रेन अब 130 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी। पूर्व में इस रेलखंड में ट्रेन की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे रहती थी। अब पटना से हावड़ा के बीच ट्रेन की रफ्तार 130 हो जाएगी।

सीतारामपुर से हावड़ा और झाझा से पटना के बीच पटरी को पूर्व में ही दुरुस्त कर 130 की रफ्तार के अनुरूप बना दिया गया है। ट्रेन की रफ्तार को धार देने के लिए रेलकर्मी बीते दो वर्षों से इस रेलखंड में कार्य को अंजाम दे रहे थे।

आसनसोल पीआरओ ने बताया की पटरी को दुरुस्त कर दिया गया है। वरीय अधिकारी के अनुमति के बाद ट्रेनें 130 की गति से दौड़ेंगी। विदित हो कि वरीय अधिकारियों की टीम विशेष ट्रेन से मार्ग की गति का ट्रायल इस खंड में कई बार कर चुकी है।

बीते सोमवार को भी आसनसोल मंडल प्रबंधक चेतनानंद सिंह ने मंडल के वरीय अधिकारियों के साथ 22348 पटना - वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से संरक्षा निरीक्षण किया था। ट्रेन की गति बढ़ने से हावड़ा, कोलकाता, बर्धमान, आसनसोल आदि स्टेशन पहुंचने की समयावधि कम हो जाएगी।

इन बिंदुओं पर रेलवे ने किया काम

पटरी की विशेष मरम्मती कार्य बीते दो वर्षों से किया गया। पटरी का वजन भी बढ़ाया गया है। पूर्व में एक मीटर पटरी का वजन 52 किलो का था, जिसे बढ़ाकर 60 किलोग्राम किया गया है। पटरी बदलने का कार्य तेजी से रेलकर्मियों द्वारा किया गया। साथ ही रेलखंड के सभी ब्रिज का गार्डर बदलने का कार्य युद्धस्तर में किया गया।

मेगा ब्लॉक लेकर रेलवे अंग्रेज जमाने के बने सभी ब्रिज का गार्डर बदला गया। बीते 28 जनवरी और 11 फरवरी को सिमुलतला स्टेशन के नजदीक बड़ुआ नदी के ऊपर रेलवे ब्रिज का गार्डर मेगा ब्लॉक लेकर बदला गया।

सीतारामपुर - झाझा खंड में 37 सबवे हैं, जिसे बदलकर भूमिगत किया जाना है। इस पर कार्य जारी है। बीते तीन मार्च को जसीडीह-तुलसीटांड़ स्टेशन के मध्य एलएचएस (लिमिटेड हाइट सबवे) गेट संख्या 31 किलोमीटर संख्या 326/ 25 - 27 को ब्लॉक लेकर बदला गया।

इसी दिन तुलसीटांड़ - लहाबन रेलवे स्टेशन के मध्य एलएचएस (लिमिटेड हाइट सबवे) गेट संख्या 33 किलोमीटर संख्या 336/23-25 के गेट को भी भूमिगत करना था, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के कारण संभव नहीं हो सका।

जिसे बाद में 17 मार्च को रजला गेट संख्या 37 किलोमीटर संख्या 361/ 10 - 12 को बदलने के दौरान एक ही दिन कार्य किया गया। सिमुलतला गेट को भी जल्द बदलने का कार्य प्रस्तावित है। जानकर बताते हैं की इस कार्य का टेंडर भी हो चुका है।

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