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हरी सब्जी के दामों में आई उछाल

जमुई। हरी सब्जी एवं प्याज के दामो में एकाएक उछाल आ जाने से लोगों के थाली से व्यंजन गायब होने लगे हैं। साथ ही भोजन का स्वाद बदल सा गया है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Nov 2020 05:48 PM (IST)
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हरी सब्जी के दामों में आई उछाल

जमुई। हरी सब्जी एवं प्याज के दामो में एकाएक उछाल आ जाने से लोगों के थाली से व्यंजन गायब होने लगे हैं। साथ ही भोजन का स्वाद बदल सा गया है। गरीब परिवार से लेकर मध्यम वर्ग के परिवार का पूरे माह का बजट बिगड़ सा गया है। सब्जी विक्रेता भी महंगाई का मार झेल रहे है।

झाझा जैसे छोटे शहर में उंचे दर पर बिकने बाली हरी सब्जी की बिक्री न के बराबर होती है। जिसके कारण कई सब्जी विक्रेता महंगी हरी सब्जी लाने में कमी कर दी है। त्योहार का मौसम होने के बावजूद फल के दामों में उछाल नहीं आया है। हरी सब्जी के दामो में उछाल आने से बाजार के कई सब्जी विक्रेता की दुकान से कई प्रकार की सब्जी गायब हो गई। एक किलो सब्जी खरीदने वाले 250 ग्राम की खरीदारी कर रहे हैं। सब्जी के साथ-साथ आलू और प्याज की कीमत में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है। जिससे रसोई का बजट बिगड़ गया है। सब्जी विक्रेता उपेन्द्र यादव एवं रविन्द्र यादव ने बताया कि इस वर्ष हरी सब्जी की आमद कम है। फूल गोभी बाजार में उपलब्ध है मगर कीमत आसमान पर है। इसी प्रकार टमाटर सहित हरी सब्जी की कीमत भी बढ़ी है। फूल गोभी एवं बंधा गोभी 40 से 50 रूपया प्रति पीस, टमाटर 60 रुपये किलो, सीम 80 रुपया किलो, लॉकी 40 से 50 रुपये पीस, मिर्ची दो सौ रुपये किलो, मूली 40 रुपये किलो, धनिया पत्ता दो सौ रुपये किलो, बैगन 40 से 50 रुपये किलो, भिन्डी 50 रुपये किलो, खीरा 40 रुपये किलो, नीबू 5 से 10 रुपया पीस बिक रहा है। फल में सेब 80 रुपये किलो, नारंगी 60 रुपये किलो, पानी फल 50 रुपये किलो, केला 40 रुपये दर्जन बिक रहा है।

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