Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शाम होते ही सुनसान हो जाता है गिद्धौर रेलवे स्टेशन, प्लेटफार्म पर होती है बालू तस्करों की मीटिंग

    Updated: Sat, 30 Aug 2025 05:19 PM (IST)

    दैनिक जागरण की टीम ने गिद्धौर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था का रियलिटी चेक किया। रात में स्टेशन पर सुरक्षाकर्मी नदारद थे शौचालय बंद पाए गए और पेयजल की व्यवस्था भी नहीं थी। आरपीएफ कर्मी सोते मिले। शाम होते ही स्टेशन परिसर अपराधियों और नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है जिससे यात्रियों की सुरक्षा खतरे में है।

    Hero Image
    रात में वीरान हो जाता है गिद्धौर रेलवे स्टेशन परिसर

    आनंद कंचन, गिद्धौर(जमुई)। गिद्धौर रेलवे स्टेशन पर रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के किए जा रहे दावों की असलियत शुक्रवार की रात दैनिक जागरण की टीम द्वारा पड़ताल की गई। पड़ताल के दौरान गिद्धौर रेलवे स्टेशन पर रात में सफर करने वाले रेल यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे ही नजर आई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    करीब 10:20 बजे जब टीम प्लेटफार्म सं. 01 पर पहुंची तो स्टेशन पर न तो यात्रियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नजर आई न ही पेयजल की व्यवस्था दिखी, न ही शौचालय सुविधा चालू थी। प्लेटफार्म पर मौजूद शौचालय में ताला लटका मिला। इससे यात्रियों, खासकर महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

    आरपीएफ आउटपोस्ट में तैनात कांस्टेबल और उनके सहयोगी आउट पोस्ट का दरवाजा खुला छोड़ खर्राटे मारते पाए गए। सुरक्षा के नाम पर स्टेशन परिसर वीरान और सुनसान नजर आया। सुरक्षा की दृष्टि से यह लापरवाही यात्रियों के लिए खतरनाक हो सकती है। स्टेशन अधीक्षक का कक्ष भी बंद पाया गया।

    प्लेटफार्म पर स्थित यात्री विश्राम शेड की स्थिति जर्जर हो चुकी है। वहां चार यात्री फर्श पर लेटे मिले। उनके आसपास कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। सिर्फ एक आवारा कुत्ता उनकी सुरक्षा में बैठा मिला जो रेलवे प्रशासन की बदइंतजामी को दर्शाता है।

    शाम ढलते ही ही अपराधियों एवं नशेड़ियों का लगता है जमघट

    शाम ढलते ही गिद्धौर रेलवे स्टेशन परिसर नशेड़ियों, शरारती तत्वों एवं अपराधियों का सेफ जोन बन जाता है। स्टेशन कॉलोनी निवासियों की मानें गिद्धौर रेलवे स्टेशन परिसर में स्थानीय बालू तस्करों की बैठकी देर रात तक चलती है।

    यहां बिना किसी प्रशासनिक डर के अपराधियों का भी आना-जाना लगा रहता है। बताया जाता है कि गिद्धौर रेलवे स्टेशन परिसर में जीआरपी द्वारा सशस्त्र पुलिस बल तैनात नहीं किए जाने से आए दिन स्टेशन परिसर में शराब तस्करों और अपराधियों का नेटवर्क मजबूत होता चला रहा है।

    शौचालय बंद रहने की जानकारी रेल प्रबंधन को दी गई है। जल्द ही इसे ठीक कर अन्य मूलभूत सुविधाएं भी बहाल कर दी जाएगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन से भी सहयोग मांगा गया है। - डीके चौधरी, स्टेशन प्रबंधक, गिद्धौर

    comedy show banner