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पर्यटकों के लिए खुशखबरी! दुर्गावती जलाशय को मिलेगी कैंटीन की सुविधा, कैमूर की ये जगह पिकनिक स्पाट के रूप में है चर्चित

Kaimur News दुर्गावती जलाशय को नए साल से कैंटीन की सुविधा मिलने वाली है। इससे यहां आने वाले पर्यटकों को काफी फायदा होगा। पर्यटकों को नास्ता पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दुर्गावती जलाशय पर नए साल में कैंटीन बनेगी। बता दें कि कैमूर में दुर्गावती जलाशय परियोजना पिकनिक स्पाट के रूप में काफी चर्चित है।

By Ravindra Nath BajpaiEdited By: Aysha SheikhUpdated: Tue, 28 Nov 2023 03:02 PM (IST)
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पर्यटकों के लिए खुशखबरी! दुर्गावती जलाशय को मिलेगी कैंटीन की सुविधा
जागरण संवाददाता, भभुआ। कैमूर व रोहतास की सीमा को दुर्गावती नदी अलग करती है। इसी नदी पर बांध बनाकर दोनों जिलों में सिंचाई के लिए सुविधा को बहाल किया गया है। पहले किसानों को सिंचाई के लिए काफी पेरशानी होती थी, लेकिन अब सिंचाई के लिए परेशानी नहीं होती है।

दुर्गावती जलाशय के बन जाने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में भी धीरे-धीरे वृद्धि होने लगी है। वहीं जिले का वन विभाग भी इस जलाशय को अपने माध्यम से विकसित करने में लगा हुआ है। ताकि यहां पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो। नए साल में यहां पर आने वाले पर्यटकों को कैंटीन की सुविधा वन विभाग की तरफ से मिलेगी।

यहां कैंटीन बन जाने से दुर्गावती जलाशय पर घूमने आने वाले लोगों व पर्यटकों को नास्ता पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दुर्गावती जलाशय पर नए साल में कैंटीन बनेगी। जिसके लिए जगह चिह्नित कर ली गई है। उस स्थल पर जल्द ही काम भी शुरू होने वाला है।

बताया जा रहा है दुर्गावती जलाशय परियाेजना को भी इको टूरिज्म के रूप में वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा विकसित किया जाएगा। जिससे यहां आने वाले दिनों में पर्यटको को काफी सुविधाएं भी मिलने लगेगी। यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ राजस्व में भी वृद्धि होगी। बता दें कि दुर्गावती जलाशय परियोजना कैमूर की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता काफी अच्छी है।

जलाशय पर नौका विहार का पर्यटक लेते हैं आनंद

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, यहां पर कैमूर वन प्रमंडल के माध्यम से नौका विहार की सुविधा लगभग एक साल से शुरू की गई, जिसका यहां आने वाले पर्यटको द्वारा आनंद उठाया जा रहा है। यहां वन विभाग की तरफ से तीन नाव है, जिसमें एक नाव दस सीट की, दूसरी 12 सीट व तीसरी 25 सीट की है। एक दस सीट की नाव विभाग द्वारा अपने भ्रमण के लिए रखी गई है।

दो नाव पर्यटकों के लिए है। जलाशय में नौकाविहार के लिए 50 रुपये का शुल्क लगता है। जिसकी रसीद दी जाती है। नौका विहार का सुबह नौ बजे से सूर्यास्त तक संचालन होता है।

वन विभाग द्वारा बनवाया गया है पथ

विभाग द्वारा बताया गया कि जलाशय पर नौकाविहार शुरू होने से एक साल पहले जो भीतरीबांध से जलाशय तक पहुंचने का पथ था वह ठीक नहीं था। बरसात के दिनों में यहां आने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।

सबसे ज्यादा परेशानी बाइक व वाहन वालों को होती थी। लेकिन कुछ महीने पहले ही वन विभाग की तरफ से यहां पर बड़े बड़े पत्थरों को डाल कर सुगम रास्ता बना दिया गया है। जिससे यहां तक आने जाने वालों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

पिकनिक स्पाट के रूप में है चर्चित

कैमूर में दुर्गावती जलाशय परियोजना पिकनिक स्पाट के रूप में काफी चर्चित है। यहां नए साल, किसी भी प्रकार त्योहार को पिकनिक मनाने व घूमने के लिए लोगों की काफी भीड़ लगती है। इसके साथ ही हर रविवार को भी यहां पिकनिक स्पाट गुलजार रहता है।

यहां कैमूर, रोहतास के लिए बिहार, यूपी, बंगाल आदि दूसरे राज्यों के शहर व क्षेत्रों से पर्यटकों आना जाना लगा होता है। नए साल पर यहां पर तो हजारों में पिकनिक मनाने लिए भीड़ होती है।

2014 में हुआ था उद्घाटन

इस जलाशय के निर्माण में कई प्रकार की अड़चने आई। लेकिन 38 वर्ष बाद 2014 में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा दुर्गावती जलाशय परियोजना का उद्घाटन किया गया। कैमूर व रोहतास के किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए 1976 में तत्कालीन उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम ने इसकी नींव रखी थी।

इसके बाद से यह जलाशय एक राजनीतिक मुद्दा बना और सासाराम संसदीय क्षेत्र में प्रत्येक पार्टी इसी जलाशय को मुद्दा बना कर अपनी नैया पार करने की कोशिश करती रही। अंतत: इसके उद्घाटन का श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को गया।

वर्ष 2024 नए साल में वन विभाग की तरफ से यहां आने वाले पर्यटकों को सौगात मिलने वाली है। जिसमें पर्यटकों को नौका विहार के बाद यहां कैंटीन की सुविधा मिलेगी। यहां कैंटीन बनने के बाद दूसरे माध्यम से कैंटीन का संचालन कराया जाएगा। जिसके बाद पर्यटकों को नास्ता पानी के लिए परेशानी नहीं होगी। - मनोज कुमार, रेंजर

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